Bihar Panchayat Election 2021 : M-2 मॉडल EVM से हो सकता है बिहार में पंचायत चुनाव…

पटना। राज्य चुनाव आयोग ने अब पंचायत चुनाव कराने की सभी संभावनाओं की तलाश में चुनाव आयोग के साथ चर्चा शुरू कर दी है। अब तक राज्य चुनाव आयोग एम -3 मॉडल के ईवीएम के साथ पंचायत चुनावों पर अड़ा हुआ था।

तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के कार्यकाल के दौरान, मामला इस दिशा में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा। सुशील चंद्र के नए चुनाव आयुक्त बनने के बाद अब ईवीएम से पंचायत चुनाव कराने के किसी भी मॉडल की संभावना का पता लगाया जा रहा है।

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यह माना जाता है कि पंचायत चुनाव एम -2 मॉडल के ईवीएम के माध्यम से ही किए जा सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम तकनीकी सहायता के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव आयोग एम -2 मॉडल के ईवीएम से चुनाव कराने पर सहमत हुआ, जबकि राज्य निर्वाचन आयोग एम -3 मॉडल के ईवीएम से चुनाव कराने पर अड़ा था।

स्थिति ऐसी पहुंच गई कि राज्य चुनाव आयोग को एम -3 मॉडल की ईवीएम की खरीद के लिए पटना उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। उच्च न्यायालय ने दोनों पक्षों को इस संबंध में आपस में सहमत होने की सलाह दी।

अंतर क्या है

ईवीएम के दो मॉडल में बहुत अंतर है। एम -3 मॉडल के ईवीएम से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने के लिए एक नियंत्रण इकाई और छह बैलेट इकाइयों के साथ एक वियोज्य चिप की आवश्यकता होती है। इसमें पंचायत के सभी पदों के लिए चुनाव हो सकते हैं, भले ही केवल 15 हजार नियंत्रण इकाइयाँ और 90 हज़ार बैलेट इकाइयाँ हों। इसके अलावा, चिप को दूसरे चरण के मतदान के लिए ईवीएम में भेजा और भेजा जा सकता है।

वहीं, एम -2 मॉडल के ईवीएम से पंचायत चुनाव कराने के लिए 90 हजार कंट्रोल यूनिट और 90 हजार बैलेट यूनिट की जरूरत होगी। पंचायत में छह पदों के लिए चुनाव होने हैं, जिसमें छह मतपत्र इकाइयों में डाले गए मतों का डेटा छह नियंत्रण इकाइयों में संग्रहीत किया जाएगा।

Source-prabhat khabar