दरभंगा : शहर के नगर थाने के दारोगा लालजीत उड़ांव की मौत की खबर से पुलिस परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार की सुबह कई पुलिस पदाधिकारी डीएमसीएच पहुंचे। जहां पुलिस पदाधिकारियों व स्वजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन ले जाया गया।
जहां गार्ड आफ आनर दिया गया। सदर एसडीपीओ कृष्णनंदन कुमार, मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार, लाइन डीएसपी जेएन ठाकुर, विवि थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा, नगर थानाध्यक्ष राकेश कुमार ङ्क्षसह सहित कई पुलिस अधिकारी व जवानों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की ।
पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर पुलिस पदाधिकारियों ने कंधा देकर नम आंखों से अंतिम विदाई की। इसके बाद स्वजन पार्थिव शरीर को लेकर घर चले गए। दारोगा लालजीत उड़ांव झारखंड के गुमला जिले के घघड़ा थानाक्षेत्र के खपिया निवासी थे। बता दें कि एक वर्ष से अधिक समय से वे नगर थाना में पदस्थापित थे। हालांकि, इससे पूर्व वे बहेड़ा थाना में तैनात थे।
बताया जाता है कि पूर्व के किसी केस के सिलसिले में लालजीत गुरुवार की सुबह बहेड़ा थाना गए थे। जहां देर शाम कार्य निष्पादन कर अपनी बाइक से बनीपुर-दोनार पथ से नगर थाना आ रहे थे। इसी बीच सोनकी ओपी के देकुलीचट्टी के पास उन्हें अज्ञात वाहन रौंद कर फरार हो गया। आस-पास के लोग जुटते उससे पहले उनकी मौत हो चुकी थी।
हालांकि, सोनकी ओपी पुलिस ने लालजीत को उठाकर डीएमसीएच ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस सूचना से स्वजनों में कोहराम मच गया। पत्नी भूनेश्वरी देवी उर्फ ङ्क्षभसरिया दहाड़ मारकर रोने लगी। सूचना पर लालजीत के छह संतान भी पहुंचे।
पार्थिव शरीर से लिपटकर स्वजन बेहाल हो गए। इधर, दरभंगा पुलिस एसोसिएशन ने दारोगा लालजीत उड़ांव की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। जिला सचिव विपुल कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि पुलिस परिवार को काफी क्षति हुई है। मौके पर अध्यक्ष राधेश्याम राम, कोषाध्यक्ष रंजन कुमार आदि कई पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ अर्पित कर नम आंखों से विदाई दी।