बिहार बीजेपी के नेता ऋतुराज सिन्हा को क्यों मिली नड्डा की टीम में जगह? दुनिया की नामी यूनिवर्सिटियों से की है पढ़ाई

बिहार में पार्टी के युवा चेहरे ऋतुराज सिन्हा को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी कोर टीम में लेते हुए पार्टी में राष्ट्रीय मंत्री के तौर पर नियुक्त किया है। ऋतुराज को इतनी बड़ी जिम्‍मेदारी दिए जाने को बिहार बीजेपी में पीढ़ीगत बदलाव के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है जिसकी शुरुआत 2019 के लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद हो गई थी। तबसे युवाओं और प्रोफेशनल्‍स को पार्टी संगठन में जगह देने का सिलसिला चल रहा है।

पार्टी सांसद और सिक्‍योरिटी एंड इंटिलिजेंस सर्विसेस (एसआईएस) के संस्‍थापक आर.‍के.सिन्‍हा के बेटे ऋतुराज साल-2005 से लगातार पार्टी के साथ जुड़े रहने और प्रदेश में इसके संगठनात्‍मक विस्‍तार के लिए अपने स्‍तर पर जूझते रहने का इनाम मिला है। वह 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के शानदार वॉर रूम मैनेजमेंट के पीछे थे। पार्टी के प्रचार अभियान के वह एक अह्म व्‍यक्ति थे। साल-2015 में उन्‍हें प्रचार समिति का सदस्‍य बनाया गया और 2019 में अरूण जेटली की अध्‍यक्षता वाली राष्‍ट्रीय प्रचार समिति में शामिल कर लिया गया। बड़ी जिम्‍मेदारी मिलने पर ऋतुराज ने कहा कि ‘राष्‍ट्रीय टीम में लिया जाना मेरे लिए गौरव का विषय है। मुझे जो भी जिम्‍मेदारी दी जाएगी उसे अच्‍छी तरह निभाऊंगा। यह सही है कि बीजेपी पीढ़ीगत बदलाव की ओर बढ़ रही है। अलग-अलग क्षेत्रों के नौजवानों और प्रोफेशनल्‍स पर फोकस किया जा रहा है। बिहार से मैं दूसरा व्‍यक्ति हूं जिसे राष्‍ट्रीय टीम में मंत्री बनाया गया है। जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह उपाध्‍यक्ष हैं।’

ऋतुराज सिन्‍हा की स्‍कूली पढ़ाई दून स्‍कूल से हुई है। इंग्‍लैंड की लीड्स यूनिवर्सिटी से एमबीए के बाद हावर्ड विश्‍वविद्यालय से उन्‍होंने ‘पब्लिक लीडरशिप क्रेडेंशियल प्रोग्राम’ पूरा किया। वह कहते हैं कि पिछले 15 वर्षों से संगठनात्‍मक काम से जुड़ा रहा। इस दौरान पार्टी को बढ़ते देखा-‘प्राफेशनल्‍स और युवाओें की ओर पार्टी के इस रुझान को कोई भी महसूस कर सकता है। हाल में हुए केंद्रीय कैबिनेट विस्‍तार में भी यह साफ तौर पर दिखा था।’ रितुराज बताते हैं कि बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए ‘आत्‍मनिर्भर बिहार’ की थीम पर बने घोषणा पत्र को आकार देने वाली टीम में भी वह सह-समन्‍वयक थे। वास्‍तव में, बिहार देश का पहला राज्‍य है जिसने अपने घोषणा पत्र को ‘आत्‍मनिर्भर भारत’ के राष्‍ट्रीय लक्ष्‍य के साथ जोड़ा।

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वह कहते हैं-‘मुझे भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव जी के साथ निकटता से काम करने का अवसर मिला। बरह, नालंदा और नवादा तीन जिलों में मैने मंडल स्‍तर पर भी काम किया।’ उन्‍होंने कहा कि भाजपा अपने अच्‍छे कामों प्रभावी ढंग से जनता तक ले जाना चाहती थी और ऐसा ही किया गया। ‘बहुत कुछ हो रहा है और बहुत कुछ होगा क्‍योंकि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी नए भारत के निर्माण के लिए प्राण-प्रण से जुटे हैं। यही वजह है कि पार्टी में हर स्‍तर पर नौजवानों और प्रोफेशनल्‍स पर फोकस किया जा रहा है जिनके हाथों में भविष्‍य में देश की कमान होगी।’

वैसे 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद ही भाजपा की टीम में कई पुराने चेहरों की जगह नए नेताओं को लाने के साथ सीएम नीतीश के नेतृत्‍व वाले एनडीए गठबंधन का एक बदला हुआ रूप देखने को मिला था। तभी से पार्टी की नई सोच के बारे मे काफी कुछ कहा और सोचा जाने लगा था। पार्टी के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि रितुराज को बड़ी जिम्‍मेदारी मिलना उसी प्रक्रिया का विस्‍तार भर है। आत्‍मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए भाजपा संगठन युवाओं की आकांक्षाओं और भविष्‍य को ध्‍यान में रखते हुए आगे बढ़ रहा है।

Source-hindustan