बिहार में गंभीर ठंड की स्थिति बनी हुई है। आठो पहर बर्फीली हवा का कहर है और इसका जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। मौसम की स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दो दिनों तक स्थिति यही रहेगी। यानी ठंड से निजात मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसमी पूर्वानुमान के अनुसार, दो फरवरी के बाद ही आंशिक राहत की उम्मीद है।
पटना, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, छपरा, सुपौल, दरभंगा और फारबिसगंज भी रविवार को भीषण ठंड की चपेट में रहे और भीषण ठंड का दिन घोषित किया। मौसम विभाग ने पटना में लगातार चौथे दिन कोल्ड डे घोषित किया। ठंड के कारण भागलपुर में सर्द मौसम घोषित किया गया है। राज्य के सभी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बच्चों और बुजुर्गों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है।
पटना में ठंड ने जनवरी में पिछले सात साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बर्फीली हवा के कारण पिछले 24 घंटों में न्यूनतम पारा काफी नीचे चला गया। पटना में शनिवार और रविवार को न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले, पिछले एक दशक में, 2013 में पारा 1.1 डिग्री दर्ज किया गया था। बीते दशक की दूसरी सबसे बड़ी रात शनिवार थी। रविवार को दिन सुहाना हो गया, लेकिन जैसे ही शाम हुई, फिर से कड़कड़ाती ठंड का अहसास हुआ। गया अभी भी राज्य में सबसे ठंडा बना हुआ है। न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटों में, पारा केवल दशमलव अंकों में सुधार हुआ है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले दो दिनों तक ठंड जारी रहेगी।