देश में जुलाई से दूर होगा वैक्सीन का कमी, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ने सरकार को दिया भरोसा

नई दिल्ली। देश में जून तक कोरोना वैक्सीन की कमी बनी रहेगी। मई में कोरोना वैक्सीन का कुल उत्पादन आठ करोड़ डोज की तुलना में जून में सिर्फ एक करोड़ बढ़ सकेगा। जुलाई से इसमें तेजी आएगी। सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने अगस्त से 17.8 करोड़ डोज वैक्सीन उत्पादन का भरोसा दिया है। उस समय तक स्पुतनिक-वी का भी भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। जायडस-कैडिला की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिलने की स्थिति में वह भी आम लोगों के लिए उपलब्ध हो सकेगी।

मई में आठ करोड़ की तुलना में जून में नौ करोड़ डोज वैक्सीन होंगी उपलब्ध : हर्षवर्धन

टीकाकरण में पीछे छूट रहे आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि मई में देश में कुल आठ करोड़ टीके उपलब्ध हो पाएंगे जो जून में बढ़कर नौ करोड़ हो जाएंगे। इनमें 50 फीसद केंद्र को और 50 फीसद राज्य सरकारों व निजी क्षेत्र को सप्लाई किए जाएंगे।

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राज्यों को केंद्र से मिलने वाली 70 फीसद वैक्सीन दूसरी डोज में इस्तेमाल करने की सलाह

वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए हर्षवर्धन ने राज्यों को केंद्र से मिलने वाली 70 फीसद वैक्सीन दूसरी डोज में इस्तेमाल करने की सलाह दी। उनका कहना था कि प्राथमिकता समूह वाले हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स पर अत्यधिक खतरे और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों में अत्याधिक मृत्युदर को देखते हुए यह करना जरूरी है।

सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने अगस्त तक उत्पादन क्षमता बढ़ाने का दिया आश्वासन

वहीं, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने स्वास्थ्य मंत्रालय को अगस्त तक अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने का आश्वासन दिया। सीरम इंस्टीट्यूट ने बताया कि अगस्त में वह 10 करोड़ डोज वैक्सीन का उत्पादन करने लगेगा। वहीं भारत बायोटेक ने अगस्त में 7.8 करोड़ वैक्सीन उत्पादन का भरोसा दिया। जाहिर है कि ये सिर्फ इन दो कंपनियों के उत्पादन का लक्ष्य है।

Source-jagran