बिहार में, पाँच साल तक के बच्चों के १० प्रतिशत बच्चों को आधार कार्ड बनाया गया, कटिहार में बच्चों का आधार कार्ड बनवाया गया, नवादा पीछे

बिहार में, पांच साल से कम उम्र के 90 प्रतिशत बच्चे अभी भी आधारहीन हैं। बच्चों के लिए केवल दस प्रतिशत आधार कार्ड बनाए गए हैं। हालांकि आधार कार्ड बनाने की प्रणाली कई सालों से चल रही है, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद राज्य के सभी जिले बच्चों का आधार बनाने में पीछे हैं। मुजफ्फरपुर में केवल 9.23 प्रतिशत बच्चों के पास आधार कार्ड है।

आधार को लेकर गुरुवार को जारी की गई रिपोर्ट चौंकाने वाली है। इसके अनुसार, पांच वर्ष की आयु तक के 13803196 बच्चों का आधार नहीं बनाया गया है। गुरुवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, जिले में पांच वर्ष की आयु तक के बच्चों की कुल संख्या 15346858 है, जबकि इनमें से केवल 1543662 बच्चे ही अपना आधार कार्ड प्राप्त कर पाए हैं।

बच्चों के लिए आधार कार्ड बनाने में कटिहार आगे है
हालांकि राज्य के सभी जिलों में आधार कार्ड बनाने का अभियान चल रहा है, लेकिन कटिहार जिला पांच साल तक के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनाने में सबसे आगे है। कटिहार में पाँच वर्ष की आयु तक के बच्चों की कुल संख्या 494591 है, जिसमें से 96737 आधार कार्ड बन चुके हैं। यह इस उम्र के कुल बच्चों का सिर्फ 10 प्रतिशत है।

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वहीं, नवादा जिला इस उम्र के बच्चों का आधार बनाने में पीछे है। नवादा में, पाँच वर्ष की आयु तक के कुल बच्चों की संख्या 301112 है, जिनमें से केवल 13049 बच्चों के पास ही आधार कार्ड है। यह इस उम्र के कुल बच्चों का सिर्फ चार प्रतिशत है। बच्चों के लिए आधार कार्ड बनाने में राजधानी पटना की हालत भी खराब है। केवल सात प्रतिशत बच्चों के पास ही आधार कार्ड है। पटना में पाँच वर्ष की आयु तक के बच्चों की कुल संख्या 749467 है, जिनमें से केवल 54407 बच्चे ही अपना आधार कार्ड बनवा पाए हैं।