उत्तर बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब भी परेशानी बरकरार

मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार में शनिवार को भी बाढ़ का कहर जारी रहा। कई गांव पानी से घिरे रहे। नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी रहा। पश्चिम चंपारण में पहाड़ी नदियां कटाव कर रही हैैं। रात तक गंडक बराज से एक लाख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पूर्वी चंपारण के सुगौली, बंजरिया प्रखंड में स्थिति यथावत है।

मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में पानी कम होने के बाद भी परेशानी है। कई गांवों की सड़कों पर पानी बह रहा है। बाढ़ के पानी से घिरे गांवों की हालत बदतर है। बेनीपट्टी -बनकट्टा होते हुए बिस्फी प्रखंड मुख्यालय जाने वाली मुख्य सड़क पर दामोदरपुर गांव में बछराजा नदी पर बना डायवर्सन बाढ़ के पानी में ध्वस्त होने से बीते माह से लोगों को परेशानी झेलना पड़ रही है। मधवापुर प्रखंड क्षेत्र में भी स्थिति यथावत है। समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से 1.19 सेमी ऊपर बह रही है।

शनिवार को समस्तीपुर रेल पुल के पास नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर 46.82 सेमी पर पहुंच गया। जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण दरभंगा-समस्तीपुर रेल लाइन पर पांचवें दिन भी ट्रेनों का परिचालन बंद रहा। छह जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद किया गया। वहीं छह जोड़ी ट्रेनों का अलग-अलग स्टेशनों पर आंशिक समापन व शुरूआत हुई। 18 ट्रेनों का परिचालन मार्ग परिवर्तित कर किया जा रहा है।

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रविवार को 10 ट्रेनों का परिचालन रद रहेगा। पानी रेल पुल के गार्डर के करीब खतरे के निशान से उपर चला गया है। नदी के दबाव को देखते हुए स्लूस गेट व तटबंध पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उजियारपुर प्रखंड के पांच सौ घर प्रभावित हैैं। नदी के कटाव से दहशत है। शिवहर में बागमती नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी रहा। कई इलाकों में तटबंधों में कटाव हो रहा है। हाईवे पर अब भी आवागमन बाधित है।