बिहार सरकार ने बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करके नौ आइएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है. जिसमें एक अधिकारी का तबादला सोशल मीडिया पर चर्चे का विषय बना हुआ है. सरकार ने शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ रणजीत कुमार सिंह का विभाग बदलकर अब उन्हें पंचायती राज का निदेशक बना दिया है. ट्वीटर पर इस तबादले के विरोध में आवाज उठ रहे हैं. बकायदा हैशटैग ट्रेंड कर रहा है.
बिहार के आईएएस अधिकारी डॉ रणजीत कुमार सिंह को शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा निदेशक पद से हटाने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया. जिसके बाद इस विरोध ने जोर पकड़ लिया. उनके तबादले के विरोध में ट्वीटर पर हैशटैग ट्रेंड कर रहा है. लोग#We_Want_RanjitKrIAS_ComeBack हैशटैग के साथ अपनी बात सामने रख रहे हैं.
ट्वीटर पर चंदन कुमार सिंह लिखते हैं कि अगर शिक्षक नियोजन में भ्रष्टाचार को रोकना है तो डॉ रणजीत कुमार सिंह के ट्रांसफर को रोककर उन्हें वापस प्राथमिक शिक्षा निदेशक बना देना चाहिए. गौतम कुमार अपने ट्वीट में लिखते हैं कि बिहार में शिक्षक बहाली प्रक्रिया के बीच में ही डॉ रणजीत कुमार सिंह जैसे अधिकारी का तबादला दुर्भाग्यपूर्ण है. इनका ट्रांसफर फौरन रद्द करना चाहिए.
जय श्रीराम नाम से बने सुरेंद्र आइडी के यूजर ने लिखा कि हम शिक्षक ही रंजीत सर की आवाज हैं. हमें केवल रंजीत सर ही चाहिए. कोई करप्ट अधिकारी नहीं. इस ट्वीट में उन्होंने कटाक्ष करता फिल्मी कलाकारों का एक एडिट किया पोस्टर लगाया है जिसमें शिक्षक अभ्यर्थी से मुखिया अब पैसे मांग रहे हैं.
त्रिवेणी राम लिखते हैं कि शिक्षा विभाग के बेहतरीन हीरो, जिनके बिना बिहार का शिक्षा विभाग अंधेरे में रहेगा. बच्चों का भविष्य अंधेरे में रहेगा. उन्हें वापस उसी पद पर रहने दिया जाना चाहिए.
बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों और शिक्षकों ने सोशल मीडिया व इंटरनेट के माध्यम से अन्य प्लेटफॉर्मों पर डॉ. रणजीत के तबादला को रोकने के लिए बिहार सरकार से अपील की है. शिक्षकों व अभ्यर्थियों का कहना है कि वे हमारी हर एक बात को गंभीरता से सुनते और उसका निस्तारण करते आए हैं. शिक्षक बताते हैं कि अगर उनसे मुलाकात करने कभी गये तो ऐसा लगा ही नहीं कि वो बड़े अधिकारी हैं. वे बेहद मिलनसार रहे.