बिहार में होगी इस बार बंपर आम की पैदावार, मंजर देख किसान गदगद

मुंगेर :- आम का मंजर देख जिले के किसान काफी गदगद हैं। इस बार ओलावृष्टि और आंधी का प्रकोप ज्यादा नहीं रहा तो बंपर पैदावार होने की उम्मीद है। किसान मंजर को बचाने में जुटे हैं। कीटनाशनक दवाओं का छिड़काव कर रहे हैं।जिले में आम के अलग-अलग किस्म लंगरा मालदह, बंबई, बीजू, भरत भोग, आम्रपाली, जर्दालू, फजली, कृष्ण भोग, फजली का पैदावार बड़े पैमाने पर होती है।

सदर प्रखंड के चुरंबा का दूधिया मालदह आम की प्रसिद्धि देश के कई राज्यों तक है। थोक में खरीदारी करने के लिए व्यापारी किसानों के संपर्क करने लगे हैं। जिले के मुंगेर, जमालपुर, धरहरा, हवेली खडग़पुर, संग्रामपुर प्रखंडों में बड़े पैमाने पर आम की पैदावार होती है।

बड़े पैमाने पर पैदावार :- जिले में 28 सौ हेक्टेयर में आम का उत्पादन होता है। हर वर्ष 2.17 लाख क्विंटल उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यहां प्रति हेक्टेयर 77.5 क्विंटल का उत्पादन होता है। जिला कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी डा. विनोद कुमार ने कहा मंजर बढिय़ा है। आम के किसानों को इमिडाक्लेएप्रिड की एक मिली ग्राम दवा तीन लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

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गंधक चूर्ण, फफूंदनाशक दवा दो ग्राम एक लीटर पानी में घोलकर छिड़काव कर दें। एक किलो ग्राम चूना, 10 लीटर पानी में मिलाकर पौधों की रंगाई करना चाहिए। हैक्साकोनाजोल 1.5 ग्राम प्रति तीन लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। प्लानोफिक्स का एक एमएल प्रति 4. 5 लीटर पानी में घोलकर मंजर के बाद दाना बनने पर छिड़काव करें। समय से दवा छिड़काव करने पर पैदावार बेहतर होगा।

किसानों के चेहरे खिले :- बड़े पैमाने पर आम के पैदावार से जुड़े किसान जुनैद आलम उर्फ फुल बाबू, नसीम, गणेश गौतम, संतोष यादव, विकास यादव व मु. बहाव ने बताया कि पिछली बार आम से ज्यादा मंजर आया है। सबकुछ ठीक रहा तो इस बार पैदावार बेहतर होने की उम्मीद है। बिहार आम के पैदावार के लिए जाना जाता है।