राजस्थान के ये सगे भाई-बहन एक साथ बने IAS और IPS ऑफिसर
आज हम आपको यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाले ऐसे दो भाई और दो बहनों की सफलता की कहानी बताएंगे, जिन्होंने एक साथ पेपर पास किया और आईएएस व आईपीएस ऑफिसर बन गए.14 घंटे काम और रोजाना सिर्फ 15 मिनट की तैयारी के बाद पहले प्रयास में क्रैक की UPSC परीक्षा, बनीं IAS ऑफिसर
ये दोनों ही भाई-बहनों की जोड़ी राजस्थान की है. जानें कैसे ये अधिकारी बने.
दो भाइयों ने एक साथ किया पिता का सपना पूरा
पहली कहानी राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले दो भाइयों की है, पंकज कुमावत और अमित कुमावत. इन दोने भाइयों ने साल 2019 में एक साथ UPSC परीक्षा पास की और अपनी सपना पूरा किया. यहां तक दोनों भाइयों की रैंक भी आगे-पीछे आई, पंकज कुमावत को 423वीं रैंक , वहीं अमित कुमावत को 424वीं रैंक मिली.
पिता थे दर्जी
इनके पिता एक दर्जी थे, जो छोटी सी दुकान में कपड़े सिलने का काम करते थे. उन्होंने अपने बच्चों को आर्थिक तंगी होते भी खूब पढ़ाया और एक अधिकारी बनाया. दोनों भाइयों ने घर बैठे परीक्षा की तैयारी की और किसी तरह की कोई कोचिंग नहीं ली.
बता दें कि इससे पहले दोनों भाइयों ने साल 2018 में भी सिविल सेवा परीक्षा दी थी, जिसमें बड़े भाई पंकज कुमावत को 443वीं और छोटे भाई अमित कुमावत को 600वीं रैंक प्राप्त हुई थी. इस रिजल्ट के बाद दोनों ने दूबारा परीक्षा दी और अधिकारी बन गए. दोनों ने काफी मेहनत और लगन से अपने पिता का सपना साकार किया.
बहनों की जोड़ी ने दिखाया कमाल
UPSC परीक्षा पास करने वाली दूसरी जोड़ी दो सगी बहनों की है. ये दोनों बहने राजस्थान के दौसा जिले की रहने वाली हैं. अंजली मीणा और अनामिका मीणा. इन दोनों ने भी एक साथ सिविल सेवा परीक्षा दी और अधिकारी बनीं.
साल 2019 में दोनों बहनों अंजली मीणा और अनामिका मीणा ने UPSC परीक्षा दी. इसमें अनामिका को 116वीं रैंक और अंजली को 494 रैंक मिली. बता दें कि इनके पिता रमेश चंद्र मीणा भी एक आईएएस ऑफिसर है, जो फिलहाल तमिलनाडु कैडर में हैं.