Bihar Weather: मई की शुरुआत से ही पुरवा की मजबूत स्थिति पूरे प्रदेश में बनी हुई है। वहीं एक ट्रफ लाइन बिहार से गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इसके प्रभाव से प्रदेश में गरज के साथ हल्की बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानी आशीष कुमार सिंह की मानें तो मई में प्री-मानसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
प्रदेश में आमतौर पर प्री-मानसून के दौरान 80-82 मिमी बारिश होती है। लेकिन इस बार सौ फीसद अधिक बारिश होने के आसार हैं। 2018-2019 में सामान्य से कम बारिश हुई थी।2021 में 227 प्रतिशत अधिक बारिश पूरे प्रदेश में हुई।
प्री-मानसून के दौरान प्रदेश में पूर्वी और दक्षिण पूर्वी हवा का प्रभाव बना रहता है। इस दौरान चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र विकसित होने के कारण आंधी-तूफान, गरज के बारिश होती है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 28 अप्रैल से पांच मई के बीच प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में चार बार चक्रवाती सिस्टम का प्रभाव बना।
- प्री-मानसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश के आसार
- प्री-मानसून में सामान्य तौर पर 80-82 मिमी होती है बारिश
- 2021 में साइक्लोन के कारण 227 प्रतिशत हुई थी बारिश
- 2018 में सामान्य से कम 70.1 मिमी हुई थी बारिश
- प्री-मानसून के दौरान पूर्वी व दक्षिणी पूर्वी हवा का रहता है प्रभाव
- 2018 में 25 जून को प्रदेश में आया था मानसून
12 से 15 जून के बीच मानसून देगा दस्तक :- मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में आमतौर पर 12-15 जून के बीच मानसून आता है। इस बार प्रदेश में मानसून समय से आने के आसार है।
2002-2021 के दौरान 2018 में मानसून प्रदेश में देर से 25 जून को आया था। 2006 में यह समय से पहले यानी छह जून को ही आ गया था और नौ अक्टूबर को लौटा था। 2021 में यह 12 जून को पूर्णिया, पश्चिमी चंपारण की ओर से पूरे प्रदेश में आया था।