महाष्टमी पर माता को डलिया चढ़ाने के लिए लगा तांता

बांका। दशहरा का तीन दिवसीय मुख्य उत्सव बुधवार को महाष्टमी के साथ शुरू हो गया। जिला भर के दुर्गा मंदिरों में सुबह से ही माता के दर्शन को भक्तों का तांता लग गया। नवमी को जिला का मुख्य आकर्षण बकरा बलि होगी। सुबह ही देवी स्थान के अलावा कई इलाके में घरों में कलश स्थापना के साथ भक्त माता को बलि प्रदान करेंगे। इसके लिए एक दिन पहले से गांव-गांव में तैयारी दिख रही है। शहर के दुर्गा मंदिरों में भी बुधवार को महाष्टमी पूजा की गई। इसके साथ ही सुबह से विजयनगर, पुरानी ठाकुरबाड़ी, करहरिया और जगतपुर में माता के दर्शन को भक्त पहुंचने लगे।

फुल्लीडुमर: केंदुआर, तेलिया मोड़, माताथान फुल्लीडुमर, कुशमानाशी फुल्लीडुमर, खेसर बाजार एवं भूतनाथ दुर्गा मंदिरों में समिति के सदस्य भी लगातार सक्रिय रहे। केंदुआर में सचिव चंद्र मालेश्वरी प्रसाद सिंह, तेलिया मोड़ में श्री लाल राणा, माताथान में कामेश्वर साह, कुसमानासी मंदिर में भोषन देव, खेसर में कुणाल भगत एवं राजेश भगत, भूतनाथ में शारदा प्रसाद शर्मा ने बताया कि डलिया चढ़ाने को लेकर भीड़ लगी रही।

कटोरिया: नवरात्र में महाष्टमी का विशेष महत्व होता है। सुबह से ही कटोरिया बाजार, सुईया बाजार, आनंदपुर, राधानगर बाजार, बड़वासनी, पड़रिया, हरिपुर, बोकनमा, जमदाहा, करझौसा, इनारावरण, देवासी में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा स्थल पर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर मंगलकामना की। मेले के अलावा कई प्रकार के झूले लगाए गए हैं। चाट-पकौड़ा व खिलौने की दुकान आकर्षण का केन्द्र बना है।

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बाराहाट: अष्टमी का व्रत करने वाली महिला श्रद्धालुओं की ओर से डलिया चढाने के लिए उनकी लंबी कतार लगी रही। इस दौरान बाराहाट, गोड़घुआ, सहरना, पंजवारा, सबलपुर, खड़हारा, बिशहर, विजयहाट, ताड़डीह व औरिया सहित अन्य दुर्गा मंदिरों में भीड़ लगी रही।

बौंसी: मुख्य रूप से डैम रोड पुरानी हाट स्थित वैष्णवी दुर्गा मंदिर में सुबह से ही डलिया चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी। वैष्णवी दुर्गा मंदिर में पंडित माधवन झा, नयागांव में पंडित सुभाष चन्द्र मिश्रा, कुड़रो में सुबोध झा, फागा में मनोज झा की अगुआई में मां दुर्गा की महाष्टमी की विधिवत पूजा की गई। नयागांव, कुड़रो, भंडारीचक, फागा, कुशमाहा, धर्मपुर, देवीकैरी, सिकंदरपुर सहित अन्य जगहों पर अष्टमी पूजा को डलिया चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

चांदन: पूजा समिति द्वारा सभी जगह कोविड नियम का पालन करने की व्यवस्था की गई है। मुख्य दुर्गा मंदिर में अष्टमी के दिन अहले सुबह से ही दंड देने की परंपरा कायम रही। आचार्य लालमोहन पांडेय बताते हैं कि मनोकामना पूरी होने पर दंडवत श्रद्धालु आते हैं।

धोरैया: घसिया, गंगदौरी, चंदाडीह, बाजार, उचडीहा, गौरा, श्रीपाथर, बनियाचक, बड़ेरी, महमदपुर, धनकुंड,ओड़ा आदि मंदिरों में भीड़ लगी रही। बीडीओ अमर कुमार मिश्रा, सीओ हंसनाथ तिवारी, थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय आदि थे। संध्या में दुर्गा मंदिर बाजार में महाआरती का आयोजन अध्यक्ष अमित कुमार पाठक एवं व्यवस्थापक राजेश पाठक द्वारा किया गया। साथ ही रावण वध का आयोजन कल किया जाएगा।

बेलहर: राजपुर, बेलडीहा, साहबगंज, बेलहर बस्ती, कुमरी, अमगढ़वा आदि मंदिरों में आदिशक्ति देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित किया गया। सभी मेला स्थलों पर प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही।