चौथी लहर की चपेट में दुनिया, भारत में भी तीसरी लहर की आशंका गहराई, ऐसे होगा ओमिक्रोन संक्रमितों का इलाज

नई दिल्ली। ओमिक्रोन के कारण दुनिया में कोरोना की चल रही चौथी लहर के बीच एक राहत भरी खबर है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के अनुसार भारत समेत दुनिया में कहीं भी ओमिक्रोन संक्रमितों को आक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ रही है। वहीं आइसीएमआर के महानिदेशक डाक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि ओमिक्रोन संक्रमण के दो-तिहाई मामलों में कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं और सिर्फ एक तिहाई मामले में सामान्य लक्षण देखने को मिल रहे हैं। उनके अनुसार ओमिक्रोन संक्रमितों के इलाज का प्रोटोकाल भी पहले की तरह ही जारी रहेगा।

दुनिया में कोरोना की चौथी लहर की जानकारी देते हुए राजेश भूषण ने कहा कि गुरुवार को एक दिन में रिकार्ड नौ लाख 64 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इनमें यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका महाद्वीप में नए केस में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। सिर्फ एशिया में कोरोना के मामले कम नजर आ रहे हैं। जाहिर है आने वाले दिनों में एशिया में भी केस तेजी से बढ़ने की आशंका है और भारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा। उन्होंने विस्तार से बताया कि भारत किस तरह से तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है और स्वास्थ्य ढांचे को उसके अनुरूप खड़ा किया जा चुका है।

दूसरी लहर में आक्सीजन की अचानक बढ़ी मांग का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि देश में प्रतिदिन 18 हजार मिट्रिक टन से अधिक आक्सीजन उत्पादन की क्षमता विकसित की गई है। लेकिन ओमिक्रोन से आई तीसरी लहर के दौरान इसकी जरूरत पड़ने की उम्मीद नहीं है क्योंकि ओमिक्रोन संक्रमितों के शरीर में आक्सीजन का स्तर कम होने के लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं और इसी कारण उन्हें बाहर से आक्सीजन देने की जरूरत नहीं पड़ रही है।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

भारत में ओमिक्रोन की स्थिति की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि दो दिसंबर को पहला मामला सामने के बाद तीन हफ्ते में इसकी संख्या 358 हो गई है, जिनमें से 114 स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। सबसे बड़ी बात है कि ओमिक्रोन संक्रमित होने वालों में 91 फीसद टीके की दोनों डोज ले चुके हैं, जिनमें से तीन ने बूस्टर यानी तीसरा डोज भी ले लिया था।

केवल दो फीसद संक्रमितों ने एक डोज लिया था और साथ फीसद ने एक डोज भी नहीं लिया है। जाहिर है ओमिक्रोन वैरिएंट टीके की दोनों डोज लेने के बाद संक्रमित करने में सफल हो रहा है। इसे देखते हुए नीति आयोग के सदस्य डाक्टर वीके पाल ने सभी राज्यों को ओमिक्रोन संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने की सलाह दी। इसके साथ लोगों से भी कोरोना उचित व्यवहार के पालन की अपील की।

Source Dainik Jagran