मुजफ्फरपुर का प्रदूषण ग्राफ पटना से भी आगे निकला, खुद को बचाने के लिए आप क्या करें, जानिए

मुजफ्फरपुर, वायु प्रदूषण के ग्राफ में उतार-चढ़ाव जारी है। हवा में प्रदूषण के स्तर में हल्की कमी आई है। हालांकि अब भी खतरे के निशान से काफी ऊपर बना हुआ है। मुजफ्फरपुर का प्रदूषण ग्राफ 352 एक्यूआइ, गया 222 एक्यूआइ, पटना 356 एक्यूआइ पर जाकर थमा।

सांस संबंधी बीमारी का प्रभाव बढ़ा

सदर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डा.नवीन कुमार ने बताया कि प्रदूषण बढऩे से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं। आम लोगों से अपील है कि वह मास्क का उपयोग करें। कचरे को इधर-उधर नहीं जलाएं। शहर में जाम भी प्रदूषण को बढ़ावा देने में सहायक हो रहा है। इससे बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है।

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ये बन रहे प्रदूषण के कारण

— पुराने वाहन, मिलावटी तेल से चल रहा है उससे बढ़ रहा प्रदूषण

– शहर में उड़ रहे धूलकण तथा जाम लगने के कारण भी प्रदूषण का ग्राफ बढ़ रहा।

वायु प्रदूषण का ये रहा ग्राफ

तिथि—-मानक

एक दिसंबर—329 एक्यूआइ

दो दिसंबर—337 एक्यूआइ

तीन दिसंबर—359 एक्यूआइ

चार दिसंबर—318 एक्यूआइ

पांच दिसंबर—-287 एक्यूआइ

छह दिसंबर—–249 एक्यूआइ

सात दिसंबर—295 एक्यूआइ

आठ दिसंबर —303 एक्यूआइ

नौ दिसंबर–274 एक्यूआइ

10 दिसंबर—298 एक्यूआइ

11 दिसंबर—283 एक्यूआइ

12 दिसंबर–326 एक्यूआइ

13 दिसंबर–352 एक्यूआइ

वायु गुणवत्ता का ये हैं मानक

शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।