बिहार में खत्म हुआ चक्रवात यास का असर…चढ़ेगा पारा, हो सकता है यहां वज्रपात…

सूबे में चक्रवात यास का प्रभाव खत्म हो गया है। हालांकि, इसके प्रभाव से हुई बारिश के बाद नमी की मात्रा काफी बढ़ गई है जो गर्मी बढ़ने पर वज्रपात के लिहाज से काफी खतरनाक है। पिछले 24 घंटों तक यास के प्रभाव से राज्य के उत्तरी भाग में कुछ जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गई।

मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार फारबिसगंज में 120 मिमी, नरपतगंज में 80 मिमी, नौहटा में 70 मिमी, राजगीर और भीमनगर में 50 मिमी बारिश दर्ज की गई। साथ ही गढ़ी, बिहारशरीफ, बैरगनिया और जमुई में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई। चंपारण इलाके में शनिवार की रात झमाझम बारिश हुई। 

राज्य के अन्य हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश की सूचना है। हालांकि, पटना, गया सहित अन्य भाग में धूप निकलने से अधिकतम पारा चढ़ेगा। पटना में भी दिन में धूप खिली लेकिन शाम में बादलों का बसेरा हो गया। पूर्णिया में रविवार को भी दिन में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 22.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। 

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दक्षिणी उत्तर प्रदेश की ओर शिफ्ट कर गया चक्रवाती परिसंचरण
मौसमविदों का कहना है कि पूर्वी उत्तरप्रदेश व आसपास बना चक्रवाती परिसंचरण दक्षिणी उत्तरप्रदेश व इसके आसपास की ओर शिफ्ट कर गया है। इसके साथ ही सूबे में अगले 24 घंटों में पारा चढ़ने के आसार हैं। ऐसे में पहले से वातावरण में मौजूद नमी से वज्रपात के आसार बढ़ेगे। विशेषकर नेपाल के तराई के इलाकों में अगले 24 घंटों में एक दो जगहों पर भारी बारिश और शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ठनका गिरने के आसार हैं। मौसम खराब होने पर लोगों से सचेत रहने की अपील की गई है।