जमालपुर नगर परिषद का हाल बेहाल, धधकते नालों ने छीन ली लोगों की सुख-शांति

जमालपुर (मुंगेर)। नाले में भिनभिनाती गंदगी से बड़ी आबादी परेशान है। तेज दुर्गंध से बीमारी फैलने की संभावना बढ़ गई है। इस रास्ते से जाने वाले लोग नाक पर रुमाल बांधकर जाते हैं। यह हॉल जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर तीन में स्थित बड़े आशिकपुर दुर्गा स्थान से सटे एक नाले का है। यह नाला पूर्वी जमालपुर का सबसे महत्वपूर्ण नाला माना जाता है।

यह नाला बरसात के दिनों में पहाड़ से निकलने वाले पानी के साथ-साथ करीब छह वार्डों के घरों की निकासी के लिए मुख्य नाला माना जाता है। इसके बावजूद यह स्थिति नगर परिषद के सफाई व विकास के दावों पर कई सवाल खड़े करती है। ब्रिटिश शासन काल से ही इस नाले को चमरा नाला के नाम से जाना जाता है, नाले के निर्माण से मंदिर परिसर भी सुरक्षित रहेगा।

मोहल्ले का दर्द

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लंबे समय से नाले की सफाई नहीं होने से इस नाले में जमी गंदगी, आधा दर्जन से ज्यादा वार्डों के घरों का पानी इसी नाले में बहता है सफाई के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। पानी निकल जाता है लेकिन गंदगी का ढेर आता रहता है। ऐसा कहते हैं संतोष यादव।

– नाली जाम, बड़ी आबादी परेशान, नाक पर रुमाल लेकर आते-जाते लोग

नाला नहीं बनने से मोहल्लों में फैल रही गंदगी

-वार्ड नंबर तीन के आशिकपुर दुर्गा स्थान के पास नाले की स्थिति दयनीय है।

-05 हजार जनसंख्या के बारे में है

-06 वार्ड के घरों से निकलने वाले पानी की यह सबसे महत्वपूर्ण नाली है।

-02 वर्ष पूर्व नगर परिषद निर्माण के लिए वार्ड पार्षद ने किया पत्राचार

वहीं विनोद कुमार का कहना है कि बारिश के बाद निकलने वाली चिलचिलाती धूप में नाले से निकलने वाली दुर्गंध बहुत परेशान करती है। नाले की नियमित सफाई होनी चाहिए, जिससे लोगों को इस तरह की समस्या से निजात मिल सके, महामारी फैलने की आशंका को भी रोका जा सके।

अमित कुमार चंद्रवंशी के मुताबिक, जानवर नाले में घुस जाते हैं, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, सफाई के बाद भी जानवरों द्वारा गंदगी फैला दी जाती है। इतना ही नहीं नाले के पानी में भीगी हुई शरीर से चीनी आसपास के क्षेत्र में गंदगी फैलाती है, जानवरों की आवाजाही को रोकना बहुत जरूरी है।

नाले की सफाई नगर परिषद द्वारा की जाती है, लेकिन नाली का निर्माण न होने से काफी परेशानी होती है, जबकि यह नाला पूर्वी जमालपुर का सबसे महत्वपूर्ण नाला है, नाले को नियमित रूप से साफ किया जाना चाहिए और यह है निर्माण हो जाता है तो लोगों को समस्या से निजात मिल जाती है। के लिए योग्य होगा

पूरे मामले पर नगर परिषद जमालपुर के कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि ‘सात निश्चय योजना’ के तहत सभी कच्ची नालियों की सूची वार्ड पार्षदों से मांगी गई है, जबकि समय-समय पर नाले की सफाई कराई जाती है. युद्धस्तर पर। लोगों से अपील भी की जाती है कि घरों से निकलने वाले कचरे को नाले में न फेंके क्योंकि इसी वजह से नाले

वार्ड थ्री के पार्षद उमेश राम ने कहा कि दो साल पहले नगर निगम प्रशासन को कच्ची नाले को पक्का करने के संबंध में लिखित अनुमति दी गई है, लेकिन अब तक निर्माण कार्य नहीं हुआ है, मैं खुद सफाई कार्य में खड़ा हूं।