बिहार के सीवान जिले में शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा एक अजीबोगरीब आदेश जारी किया गया है. इस आदेश में कहा गया है कि शिक्षकों के वेतन का भुगतान अब कोरोना वायरस का टीका लगवाने के बाद ही किया जाएगा. पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह आदेश जिलाधिकारी के निर्देश के आधार पर जारी किया गया है. इस आदेश को लेकर जिले के शिक्षकों में कानाफूसी का माहौल बढ़ता जा रहा है. कई शिक्षकों का कहना है कि सरकार के पास पर्याप्त टीके हैं और पर्याप्त टीकाकरण केंद्र नहीं हैं। टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ होती है, जबकि स्लॉट आसानी से बुक नहीं होते हैं।
सभी बीईओ से वैक्सीन नहीं मांगने वाले शिक्षकों की सूची
सीवान में शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सभी बीईओ को स्पष्ट पत्र भेजकर उन शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है, जिन्होंने कोविड-19 का टीका नहीं लगाया है. इस संबंध में बीईओ शिवजी महतो ने कहा कि बीआरपी और सीआरसी के सहयोग से रविवार दोपहर 12 बजे तक जिन शिक्षकों ने कोविड-19 का टीका नहीं लगाया है, उनकी सूची उपलब्ध कराने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है. कोविड-19 की वैक्सीन नहीं लेने वाले शिक्षकों का वेतन स्थगित किया जाएगा।
सभी शिक्षकों को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण कराने के निर्देश
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से साफ तौर पर कहा गया है कि सभी शिक्षक अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टीका लगवाएं. इसके बावजूद बड़ी संख्या में शिक्षकों को अभी तक वैक्सीन नहीं मिल रही थी। इसके आलोक में जिलाधिकारी के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारी की ओर से पत्र जारी किया गया है. हालांकि इस पत्र के जारी होने के बाद से शिक्षकों में टीकाकरण की तैयारी तेज हो गई है।
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