बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण से अबतक राज्य के 50 शिक्षकों ने अपनी जान गंवाई है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से विद्यालय आने जाने के क्रम में बड़े पैमाने पर शिक्षक कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच स्कूल आने की बाध्यता के कारण सैकड़ों शिक्षक एवं उनके परिवारी सदस्य कोरोना पाजिटिव हो चुके हैं। इनमें कई गंभीर हाल में अस्पतालों में भर्ती हैं।
संघ के राज्य अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार कोरोना से मरे शिक्षकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि वह यथाशीघ्र कोरोना संक्रमण से मरे शिक्षकों के आश्रितों को कम से कम 30 लाख की अनुग्रह राशि और एक परिजन को पक्की सरकारी नौकरी दे।
यह भी मांग की है कि कोरोना की भयावहता को ध्यान में रखते हुए सरकार शिक्षकों को मूल विद्यालय में उपस्थित होने की अनिवार्यता को यथाशीघ्र समाप्त कर पूर्व की भांति अपने आवास से निकटतम विद्यालय में योगदान करने तथा अपनी उपस्थिति दर्ज करने का आदेश निर्गत करे। कोरोना वारियर्स के रूप में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को इस काम में लगाए गए अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह सारी सुविधाएं मुहैया करायी जाए।