बिहार में भाजपा के बड़े नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने मंगलवार को जारी बयान में अपनी ही सरकार को नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि निगरानी विभाग के छापे में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डा. राजेंद्र प्रसाद के विभिन्न परिसरों से करोड़ रुपये नकद और अकूत संपत्ति के कागजात बरामद होने के बाद उन्हें बर्खास्त करने के लिए राज्य सरकार को पहल करनी चाहिए।
इस मुद्दे पर राजभवन से बेहतर तालमेल होना चाहिए। आरोपी कुलपति यदि लगातार छुट्टी पर चल रहे हैं और जांच में सहयोग नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ वारंट निकाल कर तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के यहां छापा पडऩे के बाद भ्रष्टाचार के मामले में रजिस्ट्रार, प्राक्टर, वीसी के पीए और चीफ लाइब्रेरियन की गिरफ्तारी हो चुकी है। जांच में तेजी लाने के लिए मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
राज्यसभा सदस्य ने कहा है कि मगध, पाटलिपुत्र और मिथिला विश्वविद्यालयों के कुलपति जिस तरह के गंभीर आरोपों में घिरे हैं, उससे बिहार की उच्च शिक्षा के बारे में गलत संदेश जा रहा है। पाटलिपुत्र विवि के कुलपति आरके सिंह यदि नियुक्ति के 40 दिन बाद भी कार्यभार नहीं ग्रहण कर रहे हैं, तो चयनित पैनल के किसी दूसरे व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए।
चीन के एजेंटों की तरह बर्ताव कर रहे हैं राजद-कांग्रेस : राजीव रंजन
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोध में देश की सेना के मनोबल को गिराने के लिए राजद-कांग्रेस के नेता लगातार गलत बयान बाजी कर रहे हैं। दोनों दलों को चीनी एजेंटों की तरह बर्ताव करने में भी शर्म नहीं आती। देश के खिलाफ चलाए जा रहे चीनी दुष्प्रचार को हवा देने में दोनों दल सबसे आगे रहते हैं।
राजद-कांग्रेस की चीन भक्ति का आलम यह है कि पहले चीन गलवान घाटी में झंडा फहराने का फर्जी वीडियो जारी करता है और यह दोनों दल उसे सही बताने की होड़ में लग जाते हैं। भारतीय सेना द्वारा इस प्रकरण पर सच्चाई बताए जाने पर भी इनके नेताओं और समर्थकों द्वारा सुनियोजित तरीके से चीनी प्रोपगैंडे को आगे बढ़ाया जाता है।