बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्य तथा बाढ़ के कारण जिले में हुई क्षति की विस्तृत जानकारी DM मुज़फ़्फ़रपुर द्वारा केंद्रीय टीम को दी गई।
मुज़फ़्फ़रपुर जिले में बाढ़ 2020 के कारण विभिन्न क्षेत्रों में हुई क्षति का आकलन करने के लिए आज दो सदस्यीय टीम में, शामिल अधिकारी दीपेंद्र कुमार- निदेशक, वित्त विभाग भारत सरकार और वीरेंद्र सिंह निदेशक ,कृषि भारत सरकार आज मुजफ्फरपुर पहुंचे।
समाहरणालय सभाकक्ष में उन्होंने जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में जिला पदाधिकारी डॉ०चन्द्रशेखर सिंह द्वारा पीपीटी के माध्यम से बाढ़ पूर्व तैयारी, बाढ़ के समय राहत एवं बचाव कार्य तथा बाढ़ के कारण विभिन्न क्षेत्रों में हुई क्षति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
विशेष रुप से बाढ़- 2020 के कारण विभिन्न क्षेत्रों में जो क्षति हुई उसकी जानकारी केंद्रीय टीम के सदस्यों को दी गई।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के 15 प्रखंड के कुल 287 पंचायत और 3156 गांवों की कुल 2266565 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित हुई है। 198 पंचायत पूर्ण रूप से और 89 आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। मीनापुर में 315693 जनसंख्या प्रभावित हुई जो सबसे अधिक है जबकि मोतीपुर में 26020 जनसंख्या प्रभावित हुई जो कि सबसे कम है ।गृह क्षति का सर्वेक्षण कराया जा रहा है।
पशु क्षति 15,मानव क्षति 06 हुई।जबकि कुल प्रभावित कृषि क्षेत्रफल 108532.88 हेक्टेयर है जो कि कुल आच्छादित रकबा का 67.75% है। बाढ़ के कारण कुल 655 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई।इनमें ग्रामीण कार्य विभाग ,कार्य प्रमंडल पश्चिमी-95, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल पूर्वी-1में 250 ,ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल पूर्वी-2 मे 281 तथा पथ निर्माण प्रमंडल-01में 22 , पथ निर्माण प्रमंडल-02 में 7 इस तरह से कुल 655 सड़के क्षतिग्रस्त हुई।
बैठक में बाढ़ को लेकर चलाए जा रहे राहत कार्यों के बारे में भी बिंदुवार जानकारी केंद्रीय टीम को उपलब्ध कराई गई ।बताया गया कि कुल 341 निजी नावें और 33 सरकारी नावों का परिचालन हुआ जबकि 16 मोटर बोट का प्रयोग किया गया। 383 सामुदायिक किचेन चलाए गए जिसमें 4190397 लोगों ने भोजन किया। कुल 75921 पॉलिथीन सीट्स का वितरण किया गया जबकि 57033 सुखा राशन पैकेट का वितरण किया गया।
45 स्वास्थ्य शिविर चलाए गए जबकि 25 मोबाइल चिकित्सा दलों के द्वारा काम किया गया। 50289 हैलोजन टेबलेट वितरित किए गए जबकि 4738 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 141 नए चापाकल लगाए गए जबकि 276 नए शौचालयों का निर्माण किया गया। साथ ही 342 चापाकलों की मरम्मत भी की गई। कुल प्रभावित परिवारों की संख्या 651695 रही है जिसमें। 535400 को जीआर राशि भुगतान हेतु अग्रसारित कर दिया गया है।