अररिया : भारत-नेपाल सीमा पर स्थित एसएसबी 52वीं बटालियन मजराख कैंप की बाहरी सीमा चौकी मेघा के जवानों व जनप्रतिनिधियों द्वारा अपग्रेडेड मिडिल स्कूल मेघा में बुधवार सुबह पौधरोपण किया गया। यहां बता दें कि पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए एसएसबी 52वीं बटालियन के कमांडेंट वीके वर्मा के निर्देश पर लगातार पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है।
इस दौरान शीशम, पीपल, सागौन, अशोक, काजू, आम अमरूद, बेल सहित कई फलदार पौधे लगाए गए। इस दौरान जवानों ने पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प लिया। इस मौके पर मुख्य प्रतिनिधि उपेंद्र पासवान ने कहा कि एसएसबी सीमा क्षेत्र में कई तरह के आयोजन करता है और समाज को एक सूत्र में बांधने का काम करता है। इनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने पेड़-पौधों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पेड़-पौधे जानवरों और मानव जाति के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं।
सांस लेने के लिए ऑक्सीजन, औषधि के लिए जड़ी-बूटियां और रोटी, कपड़ा और घर की जरूरी जरूरत पौधों से पूरी होती है। पर्यावरण के संतुलन में पेड़-पौधों की अहम भूमिका रही है। हाल के वर्षों में जिस तरह से जंगल काटे गए हैं, पेड़-पौधों को काटा गया है, उसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को सलाह देते हुए कहा कि प्रकृति की इस अनमोल विरासत को बचाने की सख्त जरूरत है।
साथ ही एसएसबी के जय प्रकाश ने कहा कि एसएसबी सामाजिक अभियान के साथ पर्यावरण संतुलन की जिम्मेदारी भी निभा रहा है। पेड़ पर्यावरण से हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं। हमें न केवल पेड़ लगाने हैं बल्कि पेड़ लगाकर उनका संरक्षण भी करना है। कहा कि पौधे लगाना हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। पेड़-पौधों के बिना जीवन संभव नहीं है। साथ ही वहां मौजूद सभी लोगों से पर्यावरण संरक्षण के लिए एक-एक पौधा लगाने की अपील की। इस अवसर पर कन्हैया लाल भारती, सुनील कुमार सिंह, प्रधान शिक्षक सुरेश कुमार साह, सहायक शिक्षक प्रमोद कुमार भारती, संजय कुमार राम, अरविंद कुमार साह, दिनेश सरदार, एसएसबी के सुरेंद्र कुमार, तिरुपति, दिनेश जाट, जोगेंद्र सिंह, राम दर्जनों अवतार, विजय कुमार, रंजीत कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।