जमालपुर (मुंगेर) : भागलपुर की घटना के बाद प्रशासन और पुलिस एक्टिव मोड पर है। शनिवार को अवैध रूप से पटाखा बेचने और भंडारण की सूचना पर एसडीओ खुशबू गुप्ता, एसडीपीओ नंदजी प्रसाद जमालपुर थानाध्यक्ष रंजन कुमार के साथ सदर बाजार सहित कई इलाकों में छापेमारी की।
प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा। छापेमारी में सदर बाजार के दुकानदार सुभाष कुमार की दुकान 15 कार्टन पटाखा बरामद किया गया। एसडीओ के निर्देश पर दुकान को सील कर दिया गया। दरअसल, हर वर्ष दीपावली के समय सुभाष कुमार पर अवैध रूप से पटाखा बेचने और भंडारण करने का मुकदमा होता है। अंचलाधिकारी जयप्रकाश सहित कई पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।
बिना लाइसेंस का कारोबार एसडीओ ने कहा कि सुभाष बिना लाइसेंस का अवैध रूप से पटाखा बेच रहा था। लाइसेंस नवीकरण नहीं किया गया है, इसके बाद भी वह अवैध रूप से पटाखे का भंडारण घर में कर रखा था। शहर के व्यस्त इलाकों में अवैध कारोबार किया जा रहा था।
इस इलाके में पटाखों का अवैध भंडारण खतरे की घंटी से कम नहीं था। यहां आग की एक चिगारी आसपास की आबादी को तबाह करने के लिए काफी थी। पटाखा भंडारण की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं होना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। देखा जाए तो जमालपुर की गली-गली में अवैध रूप से पटाखों की बिक्री होती है। ऐसे में भागलपुर जैसी स्तिथि यहां होती है तो इसका जबावदेह कौन होगा।