परबत्ता (खगडिय़ा)। सरस्वती पूजा पांच फरवरी को है। सरस्वती पूजनोत्सव को लेकर उत्साह है। जगह-जगह शांति समिति की बैठक कर सरस्वती पूजा में कोरोना गाइडलाइन के पालन को लेकर पुलिस-प्रशासनित स्तर पर आदेश-निर्देश दिए गए हैं। प्रतिमा स्थापित करने को लेकर लाइसेंस लेना जरूरी है। पूजा पंडाल में सैनिटाइजर और मास्क रखना आवश्यक है।
-सरस्वती पूजा कल, 7.30 बजे सुबह के बाद शुभ मुहूर्त, पंडितों से आग्रह है, मास्क पहनें और सैनिटाइजर का उपयोग करें: पंडित मिथिलेश झा
पंडितों के अनुसार सरस्वती पूजा पांच फरवरी, शनिवार को है। पंडित मिथिलेश झा के अनुसार बसंत पंचमी की शुरुआत शनिवार को 7:30 बजे सुबह के बाद से होगा। 7.30 बजे के बाद मां सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त है। उन्होंने कहा कि पंडितों से आग्रह है कि वे मास्क लगाएं और सैनिटाइज का उपयोग करें। इधर मूर्तिकारों का कहना है कि कोरोना के कारण इस बार प्रतिमा निर्माण कार्य में मंदी है। मूर्तिकार प्रतिमा को अंतिम रूप दे रहे हैं।
परबत्ता के मूर्तिकार चंद्रदेव पंडित ने बताया कि 15 वर्षों से मूर्ति बना रहे हैं। बीते तीन वर्ष पहले तक 65 से 70 की संख्या में मूर्तियां बनाते थे। सभी मूर्ति की बिक्री हो जाती थी। लेकिन इस वर्ष अभी तक 50 मूर्ति की बिक्री हुई है। मूर्तिकार लक्ष्मण मंडल ने कहा कि मूर्ति व्यवसाय पर कोरोना की मार पड़ी है। मूर्तिकारों के सामने रोजी-रोटी का संकट है। इंटर की परीक्षा चल रही है। 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा है। इसको लेकर भी इस वर्ष पहले की अपेक्षा कम जगहों पर प्रतिमा स्थापित की जा रही है। हजार से पांच-छह हजार तक की सरस्वती की प्रतिमा उपलब्ध है।