मंगलवार को बिहार के आरा सदर अस्पताल में कोरोना जांच के लिए आए छात्रों ने शोर मचाया, जबकि सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज किया। इसमें एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। कहा जाता है कि उनका दाहिना पैर टूट गया है। घायल छात्र आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भेल डुमरा गांव निवासी योगी सिंह का पुत्र अंकित कुमार है। वह सेना की बहाली में जाने के लिए कोरोना की एक परीक्षा से गुजरने के लिए अस्पताल आया था। घटना मंगलवार दोपहर ओपीडी परिसर में हुई।
अस्पताल सुरक्षा कर्मियों की अचानक झड़प के कारण परिसर में अराजकता फैल गई। घटना के बाद, सिविल सर्जन एलपी झा ने कहा है कि मामले की जांच की जानी चाहिए और दोषी गार्डों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। घायल छात्र अंकित ने कहा कि वह बहाली के लिए कोरोना जांच के लिए सेना में आए थे। इसके लिए वह ओपीडी में कतार में खड़ा था। इस दौरान लाइन में खड़े कुछ लड़कों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। तभी अस्पताल के चार-पांच गार्ड पहुंचे और लाठी डंडे चलाने लगे। इससे वह गिर गया। इसके बावजूद लाठियां बरसती रहीं। इससे उसका दाहिना पैर टूट गया। मौके पर मौजूद जगदीशपुर की रंभा देवी के अनुसार, अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने अचानक छात्रों पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। इसमें कई छात्र घायल हो गए हैं और भागते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पहले गार्ड ने छात्रों को पीटा, बाद में सीएस ने खेद व्यक्त किया
अस्पताल सुरक्षाकर्मियों द्वारा छात्रों की पिटाई की सूचना पर सिविल सर्जन एलपी झा भी मौके पर पहुंचे। घायल छात्र ने सीएस से मुलाकात की और घटना के बारे में पूछताछ की। उन्होंने इस घटना पर खेद जताया और कहा कि जांच की जा रही है। यह पता किया जा रहा है कि यह घटना क्यों हुई? उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी गार्ड भी हटाए जाएंगे।
बुधवार को सेना बहाली की दौड़, एक दिन पहले हड्डी टूटी
सदर अस्पताल के सुरक्षा गार्ड की बदमाशों ने भेल डुमरा के छात्र अंकित को दबोच लिया। सुरक्षाकर्मियों की पिटाई के कारण उन्हें सेना में बहाल करने से मना कर दिया गया था। टूटी हुई पैर की हड्डियों के कारण वह कुछ दिनों तक नहीं चल पाएगा। सेना में शामिल होने के उनके सपनों पर ग्रहण लगता है। अंकित के मुताबिक, बुधवार को सेना में बहाली हुई है। उसे भी इसमें जाना पड़ा। कोरोना को दौड़ से पहले जांच का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना था। इसी सिलसिले में वह मंगलवार सुबह सदर अस्पताल आया था। जांच के लिए लाइन में खड़ा किया गया था। इसी बीच कुछ लड़कों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर अस्पताल के चार-पांच सुरक्षाकर्मी पहुंचे और लाठीचार्ज करने लगे। दो गार्डों ने उसे बेरहमी से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दाहिने पैर की जांघ की हड्डी टूट गई है।