एस सिद्धार्थ ने ऐसा काम किया जो केके पाठक भी नहीं कर पाए, डीएम के लिए भी बन गई चुनौती

एस सिद्धार्थ ने ऐसा काम किया जो केके पाठक भी नहीं कर पाए, डीएम के लिए भी बन गई चुनौती

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ, केके पाठक से 10 कदम आगे काम कर रहे हैं। उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है।

योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण विशेष शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन इस दिन से होगा, शिक्षा विभाग ने स्लॉट जारी कर तिथि घोषित की

बच्चों के नामांकन में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब तक का सबसे ठोस कदम उठाया गया है।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

एस सिद्धार्थ ने शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के आधार कार्ड बनवाने के दिए निर्देश

डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिलाधिकारियों को बिहार के सरकारी स्कूलों के शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के आधार कार्ड बनवाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा है कि विद्यार्थियों को राज्य सरकार की सभी लाभकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आधार कार्ड बनवाना अनिवार्य है।

सरकारी और निजी स्कूलों में बच्चों के नामांकन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य

अपर मुख्य सचिव द्वारा जिलाधिकारियों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि सरकारी और निजी स्कूलों में नामांकन के लिए बच्चों का आधार कार्ड अनिवार्य है। ऐसे में जिलों में अभियान चलाकर उन बच्चों का आधार कार्ड बनवाएं जिनके पास आधार कार्ड नहीं है।

वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2024-25 में सभी सरकारी स्कूलों में नामांकित सभी बच्चों से संबंधित डाटा ई-शिक्षाकोश पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।

यह कार्य बच्चों के आधार नंबर सीडिंग के साथ किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य स्कूलों में फर्जी और दोहरे नामांकन को रोकना है। आधार नंबर उपलब्ध होने पर वास्तविक नामांकित बच्चे को ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। इसलिए दोहरे नामांकन वाले बच्चों की भी पहचान की जा रही है।