बिहार में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। दिन-ब-दिन पॉजिटिव केस में उछाल देखने को मिल रहा है। लेकिन संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच राहत वाली बात है कि कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है। वहीं सूबे में संक्रमितों के मिलने की रफ्तार, संक्रमण मुक्त होने की रफ्तार से काफी तेज है।
संक्रमण से छुटकारा पाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है
अगर हम स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो 1 अप्रैल को 158 संक्रमित कोरोना को राज्य में संक्रमण से मुक्त किया गया था, जबकि 23 अप्रैल को कोरोना को मात देकर स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर छह हजार से अधिक हो गई। विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जबकि 10 अप्रैल को राज्य में 3,469 नए कोरोना रोगी पाए गए, 822 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त थे। फिर 15 अप्रैल को 6,133 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की गई और उसी दिन 755 लोग संक्रमण से मुक्त होकर घर लौट आए।
देखें कि आंकड़ों में कोरोना के मामले कैसे बढ़ रहे हैं
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 16 अप्रैल को 6,253 नए संक्रमण पाए गए, जबकि 23 अप्रैल को 12,672 नए सकारात्मक मामले पाए गए। इस तरह, संक्रमितों के मिलने की गति आठ दिनों में दोगुनी हो गई। 16 अप्रैल को, 1,853 लोगों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीती, जबकि 23 अप्रैल को स्वस्थ रोगियों की संख्या 6,067 तक पहुंच गई। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कोरोना संक्रमणों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। यही कारण है कि रिकवरी दर में गिरावट आ रही है।
शुक्रवार को 12 हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस आए
17 अप्रैल को, राज्य में 7,870 नए रोगी पाए गए, जबकि इस दिन कोरोना से लड़ाई जीतने के बाद केवल 1,804 लोग घर वापस गए। इसी तरह, 20 अप्रैल को, 10,455 नए रोगियों की पुष्टि की गई, जो संक्रमण से मुक्त अपने घर गए 3,577 लोगों की तुलना में। बहरहाल, राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन कोरोना से संक्रमणमुक्त होने वालों की रफ्तार में वृद्धि दर्ज की गई है।
Source-nav Bharat times