चंडीगढ़. पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) के लिए कांग्रेस जल्द ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है. खबर है कि गुरुवार को हुई सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की बैठक में उम्मीदवारों को लेकर चर्चा की गई. कहा जा रहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) दो सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं. राज्य में चुनाव एक चरण में संपन्न होंगे. 14 फरवरी को होने वाले मतदान के नतीजे 10 मार्च को सामने आएंगे. पंजाब विधानसभा का कार्यकाल मार्च में समाप्त हो रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द सामने आएगी. एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि कांग्रेस ने 70 से ज्यादा नामों पर अंतिम मुहर लगा दी है, जिसमें बड़ी संख्या में मौजूदा विधायक शामिल हैं. CEC की एक और बैठक होगी और पार्टी शुक्रवार को पहली सूची में शामिल उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है. कांग्रेस के शीर्ष सूत्र ने जानकारी दी कि पार्टी चन्नी को पंजाब को दो क्षेत्रों की दो सीटों से चुनाव लड़ाना चाहती है.
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्र ने बताया, ‘माझा क्षेत्र में आने वाली चमकौर साहिब विधानसभा सीट के अलावा कांग्रेस सीएम चन्नी को दोआबा क्षेत्र की आदमपुर विधानसभा से मैदान में उतारने के लिए तैयार है, जहां काफी ज्यादा दलित वोट हैं और क्षेत्र के लिए निर्णायक भूमिका निभाएंगे. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव के लिए मौजूदा सांसदों को उम्मीदवार के तौर पर देखना हैरान करने वाला नहीं होगा.’
एजेंसी से बातचीत में कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें मैदान में उतारना चाहती है, तो वे चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर पार्टी हमें विधानसभा चुनाव के लिए उतारना चाहती है, तो हम लड़ना चाहते हैं, लेकिन इसका फैसला पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी. अगर वे मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहेंगी, तो मैं निश्चित रूप से चुनाव लड़ूंगा.’
गोपनीयता की शर्त पर एक अन्य सांसद ने कहा, ‘हां, प्रताप सिंह बाजवा जैसे सांसदों को उतारने की चर्चाए हैं.’ जब यह सवाल किया गया कि कांग्रेस क्यों विधानसभा चुनाव में मौजूदा सांसदों को उतारना चाहती है, तो सांसद ने जवाब दिया कि उन्हें उतारने का मकसद जंग को गंभीर दिखाना है. साथ ही यह एहसास कराना कि पार्टी चुनाव जीतना चाहती है. सांसद ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का उदाहरण दिया, जहां एक दर्जन से ज्यादा मौजूदा सांसदों को मैदान में उतारा गया था. हाल ही के सालों में भारतीय जनता पार्टी के हाथों कई राज्य गंवाने के बाद कांग्रेस पंजाब में अगले कार्यकाल की कोशिश कर रही है.
Source -news 18