किशनगंज( ठाकुरगंज):-विद्युत आपूर्ति में सुधार का एक मात्र सॉल्यूशन 220/132/33KV पावर ग्रिड की जल्द स्थापना ही है। क्योंकि ठाकुरगंज के सभी पावर हाउसों में 33KV की सप्लाई किशनगज पावरग्रिड से आती है जो यहां से 52 KM की दूरी पर है। इतनी लंबी दूरी लगातार फाल्ट की समस्या तो देती ही हैं साथ ही वोल्टेज की समस्या भी देती है। लंबी लाइन का फाल्ट खोजने और मरम्मत करने में भी काफी समय ले लेता है, खासकर बारिश के मौसम में ।
जिलापदाधिकारी श्री आदित्य प्रकाश जी के द्वारा इस पावरग्रिड के लिए सरकारी कृषि फार्म के उत्तर और NH327E के पश्चिम चुरली पंचायत के गोथरा मौजे की 18.59 एकड़ भूमि का एकल संशोधित प्रस्ताव पुनः प्रबंध निदेशक BSPTCL को 2 जुलाई 2020 को भेजा गया। प्रबंध निदेशक के सहमति के बाद आगे की प्रक्रिया जारी है। लगभग सभी रैयतों ने अपना सहमति पत्र अंचल कार्यालय को समर्पित कर दिया है और उनका LPC बना कर भेजा जा रहा है। उम्मीद है इस हफ्ते भूमि संबंधि कागजी कारर्वाई पूरी हो जाएगी और आगे की कार्रवाई के लिए प्रबंध निदेशक BSPTCL को भेज दी जाएगी।
ठाकुरगंजवासियों में खराब विद्युत आपूर्ति से पैदा हो रहे आक्रोश को देखते हुए कुछ दिनों पूर्व माननीय जिला पदाधिकारी श्री आदित्य प्रकाश जी से मैंने मुलाकात कर पावर ग्रिड के स्थापना हेतु भूमि संबंधी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह किया है। ताकि BSPTCL भूमि के निबंधन आदि के बाद पावरग्रिड का जल्द निर्माण कार्य शुरू करा सके।
अगर ठाकुरगंज में चुरली पंचायत के गोथरा मौजे की इस जमीन पर पावरग्रिड बन जाता है तो प्रखंड के सभी PSS (पावर सबस्टेशन) की दूरी ग्रिड से काफी कम हो जाएगी जिससे समस्याएं भी काफी कम हो जाएंगी। नगर स्थित 2 PSS की दूरी तो इस पवार ग्रिड से घट कर मात्र 2 KM हो जाएगी। 52KM लंबी 33KV लाइन के मुकाबले 2KM में फाल्ट की समस्या नहीं के बराबर रहेगा। और अगर फाल्ट होता भी है तो 2KM के फाल्ट को जल्द ढूंढा जा सकेगा और जल्द मरम्मत भी हो सकेगी I दूरी घटने से वोल्टेज की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
लेकिन कुछ लोभी भूमाफिया , पदाधिकारी एवं स्वार्थी राजनेताओं के गठजोड़ के कारण यह प्रजेक्ट 2 साल लेट हो चुका है। अब पुनः अगर कोई भूमाफिया , पदाधिकारी या राजनेता या इनका गठजोड़ इसमें समस्या पैदा करने का प्रयास करता है जिससे कि पावरग्रिड की स्थापना में विलंब हो तो इसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। और इस गठजोड़ का पर्दाफाश करते हुए इनके खिलाफ मुहिम छेड़ दिया जाएगा।
वैसे इस बार इसकेलिए जिलापदाधिकारी महोदय काफी सीरियस हैं और सतर्क भी।
ज्ञात रहे ठाकुरगंज के इस 220/132/33KV पॉवरग्रिड के साथ ही पलासी के पॉवरग्रिड का भी टेंडर हुआ था जो बन कर तैयार भी हो चुका है और 2 माह के अंदर वहां से सप्लाई भी शुरू होने वाली है।
Reporter:-pradeep(rcbrn)