पटना। Chhath 2021 in Patna: लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। अस्ताचलगामी सूर्य को 10 और उगते सूरज को 11 नवंबर को अर्घ्य दिया जाएगा। ऐसे में गंगा के घाटों को सजाने का कार्य आरंभ हो गया है। कुर्जी और एलसीटी घाट पर पहुंचने के लिए रास्ता बनने लगा। एलसीटी घाट के लिए चिह्नित रास्ते का निर्माण शुरू हो गया है। उस पर जहां-तहां पानी है। इनके अलावा अन्य घाटों तक पहुंचने के लिए रास्ते को सुगम बनाया जा रहा है।
दीघा 93 घाट के निर्माण पर विशेष जोर
नगर निगम दीघा 93 घाट के निर्माण पर विशेष रूप से ध्यान दिया है। यहां समतल घाट है। संत माइकल हाई स्कूल घाट से लेकर जेपी सेतु पुल के बीच में बड़ा घाट निकला है। इस बीच के सभी घाटों पर विशेष ध्यान दिया गया है। वाहन पार्किग के निर्माण से लेकर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी।
कलेक्ट्रेट घाट की सीढ़ी तक गंगा का पहुंचा पानी
गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। शनिवार को कलेक्ट्रेट घाट की सीढ़ी तक पुन: पानी पहुंच गया है। कलेक्ट्रेट और महेंद्रूघाट पूरी तरह से डूब गया है। दोनों घाटों पर काम करना बंद कर दिए हैं। दोनों घाटों के वाहन पार्किंग स्थल भी पानी में डूबे हुए हैं। नगर निगम गंगा एक्सप्रेस-वे से घाटों का जायजा लिया है। छठ महापर्व की संभावनाओं की तलाश की जा रही है।
जलस्तर में वृद्धि से कालीघाट पर सीधे बह रही है गंगा
जलस्तर में वृद्धि के बाद कालीघाट पर गंगा नदी सीधे बह रही है। कई वर्षों से कालीघाट पर छठ महापर्व में गंगा के पानी लाने के लिए व्यवस्था करनी पड़ती थी। इस बार महेंदूघाट से पटना सिटी के बीच सभी घाटों पर गंगा का पानी है।
छठ पूजा शांतिपूर्ण संपन्न कराने को 21 टीमें गठित
पटना जिले में छठ महापर्व की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। छठ महापर्व शांतिपूर्ण संपन्न कराने को जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने शनिवार को बैठक कर अधिकारियों की 21 टीमों का गठन किया है। सभी टीम को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रत्येक टीम में जिला स्तरीय सेक्टर और पुलिस पदाधिकारी को शामिल किया गया है। शनिवार को जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त आदेश जारी कर सभी टीमों को समय रहते सभी आवंटित कार्यों को निपटाने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि घाटों पर आवश्यक सुविधा, सुरक्षा की व्यवस्था तथा चल रहे कार्यों की सतत मानिटङ्क्षरग कर सफलतापूर्वक ससमय तैयारी सुनिश्चित कराने के लिए 21 टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में जिला स्तरीय अधिकारी के रूप में सेक्टर व उनके साथ पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई है। उनके सहयोग के लिए प्रत्येक टीम के साथ पांच-छह अन्य अधिकारियों को भी दिया गया है।
प्रत्येक टीम को अलग-अलग घाटों की सौंपी गई जिम्मेदारी
प्रत्येक टीम को अलग-अलग घाटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें घाटों का निरीक्षण करने के साथ ही खतरनाक घाटों को चिह्नित करने तथा घाटों पर छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चल रहे कार्यों की सतत मानिटरिंग कर ससमय कार्य पूर्ण कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर टीम को प्रतिदिन के प्रगति का रिपोर्ट देने को कहा गया है।