9वीं से 12वीं तक स्कूल खोलने की तैयारी शुरू

मुजफ्फरपुर : सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण कम होने पर स्कूल खोलने की घोषणा के बाद स्कूलों में तैयारी शुरू कर दी गयी है। स्कूलों में साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जा रही है। हरिश्भा चौक स्थित मुखर्जी मदरसा में साफ-सफाई चल रही है। प्रधानाध्यापक मो. इजहार ने बताया कि हाल ही में जब बीपीएससी की परीक्षा हुई थी तब सभी कमरों को सेनेटाइज किया जा रहा था। सभी बेंच-डेस्कों की प्रतिदिन सफाई की जा रही है। इंटर की मार्कशीट लेने आने वाले छात्रों या अन्य शिक्षकों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। बिना मास्क के आने वाले छात्रों को गेट के बाहर रहना होगा। अन्य स्कूलों में भी सफाई की तैयारी जोरों पर है।

यहां 16 से प्राइमरी से लेकर मिडिल स्कूल खोलने की घोषणा की गई है। बरसात के मौसम में कई जागरूक प्रधानाध्यापकों ने आधे-अधूरे मन से तैयारी शुरू कर दी है। रमना के हरिहर नारायण कन्या मध्य विद्यालय में गुरुवार को सफाई शुरू हो गई। बारिश होने पर प्रधानाध्यापक के कमरे की छत से पानी टपकता है। इस संबंध में छत की मरम्मत भी की जा रही है। प्रधानाध्यापक अर्चना कुमारी ने बताया कि सभी महापुरुषों की तस्वीरें पानी ने खराब कर दी हैं। उनका पुनर्निर्माण करना होगा। स्कूल के गेट पर जलजमाव हो गया है। अगर नगर निगम ने राशि छोड़ दी तो 16 अगस्त को स्कूल खुलने पर कोई दिक्कत नहीं होगी।

छठी से आठवीं कक्षा में पढ़ाई होगी लेकिन मध्याह्न भोजन बंद रहेगा

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आपदा प्रबंधन समूह के निर्णय के अनुसार 16 अगस्त से कक्षा एक से आठ तक के स्कूल 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे, लेकिन मध्याह्न भोजन बंद रहेगा। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिलाधिकारियों और जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि स्थिति का जायजा लेने के बाद मध्याह्न भोजन के संचालन को लेकर अलग से आदेश जारी किया जाएगा। शैक्षणिक संस्थानों के वयस्क छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को कोविड-19 का टीका दिया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी सरकारी प्रशिक्षण संस्थान भी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेंगे।

प्रत्येक प्रशिक्षु को एक दिन के बीच प्रशिक्षण प्राप्त होगा। उच्च शिक्षण संस्थानों, स्कूलों, कोचिंग संस्थानों और शिक्षण संस्थानों के संबंध में कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूल के सभी शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का टीकाकरण हो। जिन लोगों को टीका लगाया गया है, उन्हें ही शिक्षण कार्य करने की अनुमति दी जानी चाहिए। कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने पर संबंधित कक्षा के सभी विद्यार्थियों को कोविड-19 टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। कहा गया है कि हो सके तो पैरेंट-टीचर मीटिंग वर्चुअल मोड में कराई जाए। बिना मास्क के किसी को भी बस में चढ़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।