पहाड़ियों पर पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने खींची लक्ष्मण रेखा

राजगीर। हजारों वर्ष पूर्व मगध साम्राज्य की राजधानी राजगीर के पहाड़ियों पर प्रजा व राज्य की सुरक्षा के लिए सायक्लोपियन वाल का निर्माण किया गया था जो आज भी पर्यटन स्थल के रूप में गया, नवादा सीमा से सटे राजगीर के दक्षिणी भाग की पहाड़ियों पर डटा खड़ा है। इसी तर्ज पर राजगीर थानाध्यक्ष दीपक कुमार के नेतृत्व में राजगीर पुलिस ने पांचों पहाड़ियों के विभिन्न हिस्सों की एरिया कोडिग कर सुरक्षा संचार रेखा खींची है।

पर्यटक सुरक्षा संचार सुविधा के नाम से खींची गई यह लक्ष्मण रेखा, पहाड़ पर किसी गहरी मुसीबत में फंसे पर्यटक को सीधे पुलिस से जोड़ने का काम करेगी। थानाध्यक्ष पहाड़ियों पर घूमने गए पर्यटकों के साथ किसी हादसे के दौरान ट्रैक कर सकें। थानाध्यक्ष ने बताया कि अनलाक के बाद अब राजगीर का पर्यटन सीजन भी शुरू होने वाला है। ऐसे में पर्यटक पहाड़ियों पर भी घूमने जाते हैं। पूर्व में इन पहाड़ियों पर पर्यटकों के साथ अनेक आपराधिक घटनाओं सहित अन्य हादसे हो चुके हैं।

जहां घूमने गए पर्यटक किस मुसीबत में हैं और उनके साथ पहाड़ियों के उपरी हिस्से के किस भाग में घटना घट रही या घट चुकी है। इस बात की जानकारी घटना के शिकार पीड़ित पुलिस को सीधे नहीं दे पाते थे। क्योंकि इन पहाड़ियों पर पुलिस व शासन के अधिकारियों का कांटेक्ट नंबर के बोर्ड का अभाव तो था ही। वहीं लोकेशन के हिसाब से मठ मंदिरों तथा अन्य पर्यटक स्थल के नाम, एक से दूसरे स्थलों के बीच उनकी दूरी सहित अन्य समुचित जानकारी की सुविधा की कमी थी। ऐसे में घटना के शिकार पर्यटक समय से पुलिस को सूचना नहीं दे पाते। जिसके कारण उनके साथ जान माल तक की क्षति हो जाने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब इस समस्या के हल के लिए पर्यटक सुरक्षा संचार सुविधा की व्यवस्था की है।

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जिसमें पांचों पहाड़ियों की सीरियल नंबर कर एरिया कोडिग से चिन्हित क्षेत्र स्थल पर बोर्ड लगाया गया है। जिसमें राजगीर पुलिस का कांटेक्ट नंबर अंकित है। वहीं जिस पहाड़ पर पर्यटक हैं। उसका नंबर उपर तथा जिस स्थल पर पर्यटक हैं उसका नंबर नीचे अंकित किया गया है। इस कोडिग से संबंधित विस्तृत जानकारी पुलिस के पास होगी और एरिया कोडिग हिस्से से किसी भी मुसीबत में फंसे पर्यटक की सूचना दिए जाने पर पर्यटक मित्र उनके पास शीघ्र पहुंचने की हरसंभव कोशिश करेंगे। एक से लेकर पांच तक के पहाड़ियों के नाम के साथ इसकी सीरियल नंबर पूर्ववत रखी गई है। जैसे पंच पहाड़ियों में शुमार पहला पहाड़ विपुलांचलगिरि पर पहाड़ी नंबर 1 तथा उस पर स्थित विभिन्न स्थानों की भी एरिया कोडिग की नंबरिग की गई है। यह एरिया कोडिग पहाड़ियों के पर्यटक स्थल को चिन्हित कर सीढि़यों की संख्या के हिसाब से किया गया है।

उन्होंने उम्मीद जताई और कहा कि इस एरिया कोडिग से पहाड़ियों पर गहरी मुसीबत में फंसे पर्यटक की समय रहते सुरक्षा की जा सकेगी। घटना को अंजाम देने वाले अपराधी को भी धर दबोचने में आसानी होगी। उन्होंने बताया कि समय समय पर पहाड़ियों पर कांबिग आपरेशन भी होगा। उन्होंने कहा कि आम जनता के साथ राजगीर घूमने आए पर्यटकों की सुरक्षा और विधि व्यवस्था से कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।