मुजफ्फरपुर : इस साल अत्यधिक बारिश होने से शहर के अधिकतर पोखर-तालाब पानी से लबालब हैं। ऐसे में इनमें छठ पूजा करना खतरनाक साबित होगा। लबालब पानी होने से छठ व्रतियों को भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के लिए तलाब-पोखर में उतरना मुश्किल होगा। यदि पोखर-तालाबों में छठ पूजा हो सके इसके लिए निगम को पंपिग सेट से पानी निकलना होगा। इसके लिए अभी से सभी पोखर-तालाबों पर उच्च क्षमता के पंपिग सेट लगाने होंगे। वहीं, निगम के लिए दूसरी परेशानी यह है कि पोखर व तालाब का पानी निकाल नाले में डालने पर आसपास के गली-मोहल्लों में जलजमाव की समस्या हो सकती है। इसका ताजा उदाहरण आमगोला स्थित पड़ाव पोखर है। निगम ने पोखर का पानी निकालने के लिए पंपिग सेट लगाया है। पोखर से निकाले गए पानी से आमगोला रोड में पानी लग गया है। लोगों को इससे परेशानी हो रही है।
पूजा समितियां पोखर का पानी निकालने की कर रहीं मांग
पोखर व तालाब से पानी निकालने के लिए पूजा समितियां निगम प्रशासन से लगातार मांग कर रही हैं। पड़ाव पोखर पूजा समिति के उपाध्यक्ष राकेश कुमार पटेल का कहना है कि छठ पूजा को अब कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में सही से जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से पड़ाव पोखर पूजा समिति छठ व्रतियों के लिए सेवा देने में कठिनाई महसूस कर रही है। निगम से मिले एक पंपिग सेट से पोखर का पानी निकाला जा रहा है, जबकि उक्त स्थल पर कम से कम दो पंपिग सेट की जरूरत है। पूजा से पहले निकालने गए पानी से जमीन काफी गीली होगी। उसे सूखने में भी समय लगेगा। राकेश पटेल ने कहा कि पोखर के अगल-बगल के नाले की भी सही तरीके से सफाई नहीं हुई है। इससे सारा पानी सड़क पर जमा हो रहा है। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन अविलंब पानी निकाल करने की मांग कर रहा है। वहीं साहू पोºर, आरडीएस कालेज पोखर, विश्वविद्यालय पोखर, श्याम सिनेमा पोखर समेत सभी पोखरों की यही स्थिति है। नगर निगम की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह पोखर का पानी निकालकर डाले कहां ताकि गली-मोहल्लों में जलजमाव न हो सके।
इसेंट : जिलाधिकारी दो नवंबर को करेंगे छठ घाटों का निरीक्षण
मुजफ्फरपुर : जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने नगर निगम समेत सभी विभागों को छठ घाटों की तैयारी से लेकर सुरक्षा की व्यवस्था के उपाय करने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वे प्रशासनिक दल-बल के साथ दो नवंबर को शहर के सभी छठ का निरीक्षण करेंगे। इससे पहले सभी विभागों को अपना-अपना काम पूरा कर लेने को कहा गया है।