छपरा। Saran Hooch Tragedy मकेर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर जनता बाजार में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब तक एक दर्जन से ज्यादा मौत हो चुकी है। कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। उन्हीं में से एक सूरज बैठा की मौत पटना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। रोशनी गंवा चुके दो लोगोंं का इलाज अभी चल रहा है। वहीं दो लोग ठीक हो गए हैं। बताया जाता है कि अभी तक कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
क्षेत्र में लगातार हो रही मौत एवं शराब की बिक्री को लेकर लोग संबंधित थानों के पुलिस पदाधिकारियों को दोषी ठहरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस प्रशासन अगर सही दिशा में काम करती तो शायद शराब की बिक्री नहीं होती और इतने लोगों की जान नहीं जाती। प्रशासन चाहे जो दावा करे लेकिन लोग इन मौतों के लिए शराब को ही जिम्मेदार मान रहे हैं। वे कह रहे हैं कि अभी ना जाने और कितनों का घर उजड़ेगा।
मकेर तक ही कार्रवाई कर रह गई पुलिस
लोगों का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन ने सिर्फ मकेर थाना क्षेत्र के आसपास के इलाकों में कार्रवाई की है। यही करवाई अगर जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में भी गंभीरता से होती तो शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सकती है। बता दें कि दैनिक जागरण ने चार दिनों पहले ही दाउदपुर थाना क्षेत्र में शराब की बिक्री एवं बाजार में शराब परोसने को लेकर फोटो के साथ खबर प्रकाशित की थी। उस खबर में जहरीली शराब से मौत को लेकर अंदेशा भी व्यक्त किया गया था लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। संबंधित क्षेत्र में प्राथमिकी दर्ज कर कोरम पूरा कर लिया गया। अब यही शराब पूरे जिले में नासूर बन गई है।
जब्त सामग्री की हो रही है जांच
मालूम हो कि सारण के एसपी ने कहा है कि छापेमारी की जा रही है। शराब बनाने की सामग्री बरामद की गई है। स्पिरिट भी मिला है। शराब बनाने मे क्या-क्या सामग्री इस्तेमाल की गई इसकी जांच की जाएगी। गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मौत की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन सारी बातें अनुसंधान में ही स्पष्ट हो सकेगी।