कोरोना पर PM Modi की राज्यों को सलाह, अलर्ट रहने के साथ स्कूलों में बढ़ानी होगी .

COVID Review Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना को लेकर आज राज्यों के सीएम के साथ वर्चुअल बैठक कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि, कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया, उसने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है.’ बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं मीटिंग है.

तमिलनाडु के हादसे पर प्रकट किया शोक- PM मोदी

उन्होंने आगे कहा कि, ‘तमिलनाडु के तंजावुर में आज जो हादसा हुआ मैं उसपर शोक प्रकट करता हूं.जिन नागरिकों की मृत्यु हुई है, उनके परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं है. पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद भी की जा रही है.

टली नहीं है कोरोनी की चुनौती- PM

ये स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है. ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गंभीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं,ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं. हमारे देश में लंबे समय के बाद स्कूल खुले हैं. ऐसे में कोरोना केस के बढ़ने से परिजनों की चिंता बढ़ रही है. कुछ स्कूलों से बच्चों के संक्रमित होने की खबरें आ रही हैं. संतोष का विषय है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को वैक्सीन का कवच मिल रहा है.

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मार्च में हमने 12-14 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरु कर दिया था. कल 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी को-वैक्सीन टीके की अनुमति मिल गई है.सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है. इसके लिए पहले की तरह स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत भी होगी. टीचर्स और माता-पिता इसे लेकर जागरूक रहें, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा.

तीसरी लहर के दौरान हमने हर दिन 3 लाख से अधिक केस देखे. हमारे सभी राज्यों ने इन्हें हैंडल भी किया और बाकी सभी सामाजिक, आर्थिक गतिविधियों को भी गति दी.हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल और ग्लोबल स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं. उनके सुझावों पर हमें pre-emptive, pro-active और collective approach के साथ हमें काम करना होगा. क्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहना चाहिए.

Test, Track और Treat की हमारी स्ट्रैटेजी को भी हमें उतने ही प्रभावी तौर पर लागू करना है. आज कोरोना की जो स्थिति है उसमें ये जरूरी है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों में जो हमारे गम्भीर इन्फ्लूएंजा के केस हैं, उनका शत प्रतिशत RT-PCR टेस्ट हो.इंफ्रास्ट्रक्चर के अपग्रेड का काम तेजी से चलता रहे, ये सुनिश्चित करना चाहिए. बिस्तर, वेंटिलेटर और पीएसए ऑक्सीजन प्लांट जैसी सुविधाओं के लिए हम काफी बेहतर स्थिति में हैं लेकिन ये सुविधाएं कार्यांवित रहे, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा.

आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आर्थिक निर्णयों में केंद्र और राज्य सरकारों का तालमेल, सामंजस्य पहले से अधिक आवश्यक है.जो युद्ध की परिस्थिति पैदा हुई है, जिससे सप्लाई चैन प्रभावित हुई है, ऐसे माहौल में दिनों-दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. वैश्विक संकट अनेक चुनौतियां लेकर आ रहा है. ऐसे में केंद्र और राज्य के बीच तालमेल को और बढ़ाना अनिवार्य हो गया है.