कोरोना वैक्सीन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की 10
पी। एम। नरेन्द्र मोदी ने आज कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए देश के वैज्ञानिकों की तारीफ की। साथ -साथ ने कहा – जो भी देश में विज्ञान को आगे बढ़ाया जाता है वही देश तरक्की करता है।इसलिए भारत में भी विज्ञान पर जोर दिया जा रहा है।पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अनुसंधान आत्मा की तरह है जो कभी नहीं मरती है।
पीएम मोदी के द्वारा आज राष्ट्रीय माप पद्धति सममेलन का उद्घाटन करने के। साथ- साथ राष्ट्रीय एटॉमिक टाइम एक्सप्रेस एवं भारतीय निर्देशक द्रव्य देश को समर्पित किया तथाराष्ट्रीय पर्यावरण संबंधी मानक प्रयोगशाला की नीब भी रखी गई।
@PM मोदी की कही 10 बड़ी बातें: –
1.नए दशक की यह शुरुआत अपने देश का गौरव बढ़ाएगी। नया साल नई उपलब्धि के बारे में आया ।भारत के वैज्ञानिकों ने एक नहीं दो-दो मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन बनाने में सफलता पाई।देश को उनके योगदान पर नाज़ होना चाहिए।
2.हमारे देश में सेवाओं की गुणवत्ता हो, चाहे सरकारी क्षेत्र हो या गैर सरकारी। हमारे गुणवत्ता मानक ही तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत बहुत आगे बढ़ी है।
3.इस्टन से लेकर आजतक जिस देश ने साइंस को आगे बढ़ाया है वह देश के ही आगे बढ़ा है।
4.किसी भी प्रगतिशील समाज में शोध जीवन का सहज स्वभाव भी होता है। इसके प्रभाव सामाजिक भी होते हैं। जैसे आत्मा कभी मरती नहीं, शोध कभी नहीं मरती।
5.फादर ऑफ जेनेटिक्स ग्रेगर जॉन मेंडल, निकोला टेस्ला सबके काम को दुनिया में बहुत बाद में समझी। जेसी बोस ने कोलकाता कॉलेज में माइक्रोवेव के सिद्धांत को बताया।
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6.भारत 2022 में अपने आजादी के 75 साल पूरे कर रहा है, 2047 में हमारी आजादी के 100 साल पूरे होंगे। हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए, नए मानकों, नए पैमानों, नए मानकों और न्यूफील्डमार्कस को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए।
7.आज भारत देश ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में विश्व के शीर्ष 50 देशों में पहुंच गया है।
8. मेट्रोलॉजी रोलिंग-नापने की सीडियाँ है। मेट्रोलिंग मिरर की तरह। यह हर अनुसंधान की मिश्रड है। कर्मण्येवाधिकारेस्ट मा फलेषु नशे का सबसे अच्छा पालन वैज्ञानिक ही करते हैं। मनोवैज्ञानिक फल की चिंता किए बिना जुटे रहते हैं, आप ऐसे ही सफल होते रहें।
9.CSIR-NPL भारत का की टाइम कीपर ’यानी भारत के समय की देखरेख और व्यवस्था आपके ही नामों से होती है। जब समय की जिम्मेदारी आपकी है तो समय का बदलाव भी आप से ही शुरू होगा। नए समय का, नए भविष्य का निर्माण भी आप से ही दिशा फाउंडगा।
10.CSIR के वैज्ञानिक देश के ज्यादा से ज्यादा छात्रों के साथ संवाद का सम्प्रेषण करें, कोरोना काल के अपने अनुभवों को और इस शोध क्षेत्र में किए गए कामों को नई पीढ़ी से साझा करना चाहिए।