मुख्यमंत्री NITISH KUMAR ने कहा है कि उन्होंने बिहार के विकास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं के साथ बातचीत की है। बिहार में हम जो भी काम कर रहे हैं, उन सभी विषयों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री तीन दिवसीय दिल्ली की यात्रा से शुक्रवार को पटना लौटने पर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति RAM NATH KOVIND से आज मिलना था, लेकिन उन्होंने सुबह मेरे फोन पर बात की। मुलाकात नहीं हो सकी।
मालूम हो कि मुख्यमंत्री 10 फरवरी को दिल्ली पहुंचे थे। उसी दिन उन्होंने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। गुरुवार को उन्होंने संसद भवन में प्रधानमंत्री से करीब एक घंटे तक मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैं बिहार चुनाव के बाद पहली बार दिल्ली गया था। सभी से मिले। जब तक वह वहां रहे, वह लोगों से मिलते रहे। उनकी पार्टी के नेताओं से मुलाकात की।
धान खरीद के लिए अलग से पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है
एक सवाल के जवाब में, मुख्यमंत्री ने कहा कि धान खरीद के लिए अलग से पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है। हमने पहले ही दिन इसका आदेश दे दिया था। हमने कहा था कि अगर कृषि विभाग में किसानों का पंजीकरण है, तो अलग से पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं है। इस पर सभी डीएम ने कहा कि यह अच्छा होगा। अगर कोई ऐसा करता है, तो हम तुरंत पूछेंगे। धान खरीद की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जिला कलेक्टरों को खुद जाकर देखने के निर्देश दिए गए हैं। किसान से धान खरीदने के भी निर्देश दिए गए हैं।
वीपी सदस्यों के नामांकन में कोई देरी नहीं है
पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में विधान परिषद के सदस्यों के नामांकन पर कोई बात नहीं हुई है। यह अपने आप हो जाएगा। मुझे लगता है कि यह अब लंबा नहीं होगा। गौरतलब है कि 12 सदस्यों को नामित किया जाना है। पश्चिम बंगाल में जदयू के चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस विषय पर बात करने की जिम्मेदारी दी गई है। वे इसके बारे में बात कर रहे हैं। बिहार में 18 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं या नहीं, इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी है, तो मुझे भी दें।