पछुआ के प्रभाव से प्रदेश का पारा बढ़ने के कारण मार्च महीने में ही लोगों को जून की गर्मी का एहसास हो रहा है। हालांकि, शनिवार से प्रदेश के पूर्वी भाग एवं उप हिमालय क्षेत्र में पूरबा हवा की संभावना जताई जा रही है। इससे प्रदेश के पूर्वी इलाकों के पारे में गिरावट आएगी। तीन दिन बाद बादल छाने व हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। इसके कारण भी तापमान में आंशिक गिरावट आ सकती है।
पांच से सात दिनों तक मौसम रहेगा सुहाना : मौसम विज्ञान केंद्र पटना से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्वी हिस्से में पांच से सात दिनों तक पुरबा हवा के कारण मौसम सुहाना रहने के साथ तापमान सामान्य के आसपास रहेगी। इसके कारण गर्मी का असर कम होगा। मौसम विज्ञानी की मानें तो प्रदेश में अभी भी पछुआ का प्रभाव है जिसके कारण प्रदेश का मौसम शुष्क बना है।
मार्च महीने में तापमान में वृद्धि के बारे में मौसम विज्ञानी की मानें तो वायुमंडल में अभी भी उच्च दबाव का क्षेत्र विकसित नहीं हो पा रहा है वहीं राजस्थान की ओर प्रति-चक्रवात सिस्टम का बनना तापमान वृद्धि का मुख्य कारण रहा है। पूरबा हवा चलने के बावजूद प्रदेश में बारिश नहीं होने के कारण नमी का अभाव है। पूरबा हवा समुद्र तल से नमी लेकर आएगी तो प्रदेश में बारिश की गतिविधियां में वृद्धि होती है।
सामान्य से पांच डिग्री चढ़ा पटना का पारा : मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को राजधानी पटना के अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। यह 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा।
वहीं गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं 18.5 डिग्री सेल्सियस सीतामढ़ी का न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश के शेष भागों में अधिकतम तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई।
जिला अधिकतम न्यूनतम
पटना 38.8 21.8
गया 37.6 21.2
मुजफ्फरपुर 35.0 22.2
भागलपुर 39.0 23.5
पूर्णिया 37.2 22.0
सुपौल 37.1 21.9