STET पास करना बिहार में मास्टर बनने की गारंटी नहीं है,

PATNA-बिहार के हाईस्कूलों में सातवें चरण में 89561 शिक्षकों की होगी बहाली, सदन में शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान- ”stet और tet पात्रता परीक्षा है, ये नियुक्ति परीक्षा नहीं। सबको अगले चरण में आवेदन का मौका मिलेगा। हमने कभी नही कहा की जो ये परीक्षा पास कर गए उन सबों को नौकरी मिल जाएगी।”

बिहार के उच्च माध्यमिक स्कूलों में सातवें चरण में 89561 शिक्षकों की बहाली होगी। इसमें माध्यमिक शिक्षक के 40665 पद, उच्च माध्यमिक शिक्षक के 47896 पद और कंप्यूटर शिक्षक के 1000 पद शामिल हैं। एसटीईटी उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिलेगा। 90762 प्रारंभिक शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया चल रही थी,

जिसमें अभी तक 42 हजार चयनित शिक्षकों में लगभग 41 हजार शिक्षकों को नियुक्ति दी जा चुकी है। प्रारंभिक स्कूलों में 40 518 प्रधान शिक्षक और हाईस्कूलों में 6421 प्रधानाध्यपकों की नियुक्ति बीपीएससी से होगी। प्रधानाध्यापकों की बहाली के लिए बीपीएससी ने रिक्ति भी जारी कर दी है। प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक की नियुक्ति बीपीएससी के माध्यम से करायी जा रही है, ताकि दक्ष अभ्यर्थी मिलेंगे।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

मध्य विद्यालयों में 8386 शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशक पद का रोस्टर क्लियर हो चुका है। अगले माह से ही बहाली प्रक्रिया शुरू होगी। विश्वविद्यालयों के लिए 4678 सहायक प्रोफेसर की बहाली प्रक्रिया चल रही है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को विधानसभा में दी।

एसटीईटी पात्रता परीक्षा, नियुक्ति परीक्षा नहीं
{एसटीईटी पात्रता परीक्षा है न कि नियुक्ति परीक्षा। मेरिट-नोट इन मेरिट दोनों क्वालिफाइड
{ 2984 पंचायतों में मध्य विद्यालयों में इस वर्ष कक्षा 11 की पढ़ाई शुरु की जाएगी

{ एसटीईटी 2019 में उच्च माध्यमिक में 26687 व माध्यमिक में 53715 क्वालिफाइड
{ विपक्ष के वॉकआउट के बीच शिक्षा विभाग का 39191 करोड़ का बजट पास
शिक्षा मंत्री का ऐलान: छठे चरण की भर्ती प्रक्रिया अंतिम दौर में अब…