कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों की तैयारियों को भी पुख्ता किया जा रहा है. इसके लिए सभी पीएचसी और एपीएचसी में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया कि जिस रफ्तार से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उसे देखते हुए यह तैयारी की जा रही है. अभी तक संक्रमण को लेकर स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन जिन लोगों की हालत गंभीर होगी, उन्हें घर के पास बेहतर सुविधा मुहैया कराने के मकसद से यह व्यवस्था की गई है.
उन्होंने कहा कि पटना जिले के सभी 23 पीएचसी और एसएचसी में कोरोना से संबंधित दवाओं का भी भंडारण किया गया है. इसके अलावा यहां के लोगों को जांच की सुविधा भी मिलेगी। सिविल सर्जन ने कहा कि जिन कोरोना संक्रमितों के घर में आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं होगी, वे अपने नजदीकी आइसोलेशन सेंटर में आकर क्वारंटाइन रह सकते हैं.
पालीगंज अनुमंडल अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ आभा कुमारी ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ा दी गई है. मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए अस्पताल परिसर में ही सभी तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. जांच किट भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
वहीं, दानापुर अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अवधेश कुमार ने कहा कि अस्पताल में कोरोना की जांच लगातार जारी है. खांसी की दवाई, पैरासिटामोल, एलर्जी की दवाएं आदि आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। इसके बावजूद तीन महीने की एडवांस दवा की मांग की गई है। पीएचसी प्रभारी डॉ आरएन सिंह ने बताया कि जांच किट व दवाएं उपलब्ध हैं.