बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) ने प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा में अभ्यर्थियों के लगातार प्रदर्शन को देखते हुए नया निर्देश जारी किया है. इसके तहत अब आयोग कार्यालय के सामने धरना और प्रदर्शन करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में आयोग के सचिव ओम प्रकाश पाल ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी की है. सूचित किया गया है कि प्रथम अंतर स्तरीय संयुक्त मुख्य प्रतियोगिता परीक्षा 2014 के बाद श्रेणीवार न्यूनतम अर्हक अंक प्राप्त करने वाले योग्य अभ्यर्थियों का शारीरिक परीक्षण, मापन परीक्षण एवं टंकण परीक्षा, आशुलिपि परीक्षण समाप्त हो चुका है।
विज्ञापन को पूरा करने के लिए आयोग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. सचिव ओम प्रकाश पाल ने कहा कि अभी देखा जा रहा है कि पटना में उम्मीदवार आयोग के मुख्य द्वार पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही आयोग के काम में बाधा डालने और अनावश्यक दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इंटरनेट मीडिया पर भी उम्मीदवारों और असामाजिक तत्वों द्वारा आयोग के खिलाफ अनर्गल कॉल किए जाते हैं। भ्रामक सूचनाएं भी प्रसारित की जाती हैं। यह बहुत ही खेदजनक और निंदनीय है।
असामाजिक तत्वों के झांसे में न आएं
सचिव ने सभी उम्मीदवारों को स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में वे इस तरह के धरना-प्रदर्शन से दूर रहें और असामाजिक तत्वों के बहकावे में न आएं. यदि भविष्य में उनके द्वारा आयोग के कार्य में बाधा डालने या अनावश्यक दबाव बनाने से कार्य प्रभावित होता है तो उनके विरुद्ध थाने में शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। ऐसे उम्मीदवारों को चिह्नित करने और उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की कार्रवाई भी की जा सकती है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि आयोग अपने कार्यों को जिम्मेदारी से निभाने के लिए प्रतिबद्ध है और उसके अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।