अब बिना कार्ड के निकलेगा एटीएम से पैसा, आरबीआई ने करोड़ों ग्राहकों को दी बड़ी सौगात

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति जारी की है। आरबीआई ने इस बार भी रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इस तरह रेपो रेट (Repo Rate) चार फीसद पर और रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) 3.35 फीसद पर बरकरार है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के फैसलों के बारे में जानकारी दी है। आरबीआई ने ग्राहकों को आज एक बड़ी सुविधा भी दी है।

केंद्रीय बैंक ने कार्डलेस पेमेंट की सुविधा (Cardless Cash Withdrawal Facility) के विस्तार की घोषणा की है। इससे आप बिना कार्ड के भी एटीएम से पैसा निकाल सकेंगे। आरबीआई ने देश के सभी बैकों के एटीएम में कार्डलेस निकासी की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है। इससे पहले यह सुविधा कुछ बैकों के एटीएम तक ही सीमित थी।

करोड़ों ग्राहकों को होगा फायदा…कार्डलेस निकासी की सुविधा के विस्तार से देश के करोड़ों ग्राहकों को फायदा होगा। दास ने कहा कि ग्राहकों को यह सुविधा यूपीआई (UPI) के जरिए मिलेगी। दास ने कहा, ‘इस समय एटीएम से कार्डलेस नकदी निकासी की सुविधा कुछ बैंकों तक ही सीमित है। अब यूपीआई नेटवर्क का उपयोग करने वाले देश के सभी बैकों के एटीएम में इस सुविधा को उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया गया है।’

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बिना कार्ड के निकलेगा पैसा...दास ने आगे कहा, ‘इससे लेनदेन में आसानी बढ़ेगी और इस तरह के लेनदेन में फिजिकल कार्ड्स की आवश्यकता नहीं होने से धोखाधड़ी में भी कमी आएगी, क्योंकि कार्ड स्किमिंग और कार्ड क्लोनिंग आदि से धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं।’ इस सुविधा से अब लोग बिना कार्ड के ही एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं।

बैकों द्वारा दी जा रही सुविधाओं की होगी समीक्षा...आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आरबीआई बैंकों द्वारा दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा करेगा। उन्होंने कहा कि नई तकनीकों के चलते डिजिटल प्लेटफॉर्म का काफी विस्तार हो रहा है। केंद्रीय बैंक उससे संबद्ध बैंकों की स्थिति की जांच करेगा और समीक्षा करेगा। इसमें बैंकों द्वारा ग्राहकों को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा की जाएगी और खामियों का पता लगाया जाएगा। इसके लिए एक कमेटी के गठन का प्रस्ताव रखा गया है।

कार्डलेस निकासी की सुविधा कोरोना काल में हुई थी शुरू…बैंक एटीएम से बिना कार्ड के नकदी निकासी की सुविधा कोरोना काल से शुरू हुई थी। कोरोना काल में संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से इस सुविधा को शुरू किया गया था। देश के प्रमुख बैंकों एसबीआई, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने इस सुविधा को शुरू किया था।