भारतीय हिंदी सिनेमा के संदर्भ में जब कभी बिहार के अभिनेताओं की बात की जाती है तो बिहार बाबू की चर्चा शुरू हो जाती है। स्वाभाविक है। उन्होंने बालीवुड में एक खास ट्रेंड सेट किया। उनसे पहले हीराे के लुक के बारे में अवधारणा थी कि एक खास शक्ल का इंसान ही हीरा का रोल कर सकता है, लेकिन उन्होंने अपनी एक्टिंग से इस चीज को गलत साबित किया।
एक से बढ़कर एक यादगार फिल्में कीं। बाक्स आफिस पर भी ये सफल रहीं। उनके बाद भी कई कलाकार मुंबई पहुंचे और अपनी जगह पक्की की। एक खास तरह की अभिनय शैली के लिए उन्हें बालीवुड में याद भी किया जाता है। विश्व रंगमंच दिवस के इस खास मौके पर हम बिहार के उन 10 प्रमुख अभिनेताओं के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी एक्टिंग के दम पर हिंदी सिनेमा जगत में एक खास मुकाम बना लिया है।
1. शत्रुघ्न सिन्हा: खामोश… फेम शत्रुघ्न सिन्हा ने भारतीय फिल्म जगत में बिहार के कलाकारों के लिए दरवाजे खोल दिए। उनके इस योगदान के लिए ही उन्हें बिहारी बाबू के नाम से भी बुलाया जाता है। उन्होंने प्रेम पुजारी से अपने करियर की शुरुआत की थी। बाद के वर्षों में उन्होंने कई फिल्मों में काम किया। उन्हें 1976 में आई फिल्म कालीचरण से खास पहचान मिली। इसके बाद तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। विश्वानाथ, जानी दुश्मन, दोस्ताना, क्रांति, नसीब जैसी कई हिट फिल्में दीं।
2. सोनाक्षी सिन्हा: दबंग गर्ल के रूप में ख्यात सोनाक्षी सिन्हा ने भी अपने पापा की तरह ही बालीवुड में काफी नाम किया है। सलमान खान के साथ दबंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाली सोनाक्षी सिन्हा ने भी कई अच्छी फिल्में दी हैं। उनकी सफल फिल्मों में राउडी राठौर, सन आफ सरदार, दबंग 2, लुटेरा आदि प्रमुख हैं।
3. मनोज बाजपेयी: हिंदी सिनेमा जगत के फैमिली मैन मनोज बाजपेयी एक खास अभिनय शैली के लिए भी बालीवुड में जाने जाते हैं। उनकी विशेषता है कि वे हर रोल में पहले से अलग और बेहतर नजर आते हैं। बिहार के पश्चिम चंपारण जिला अंतर्गत बेलवा गांव निवासी मनोज उन खास अभिनेताओं में हैं जो अपने दम पर फिल्म को चलाने की क्षमता रखते हैं। फिल्म सत्या से उनको पहचान मिली। उन्होंने कुछ समय के लिए टीवी पर भी काम किया, लेकिन बाद में खुद को स्थापित कर लिया। उनकी शूल, पिंजर, राजनीति, आरक्षण, गैंग्स आफ वासेपुर आदि फिल्में माइल स्टोन हैं।
4. पंकज त्रिपाठी : गोपालगंज जिला निवासी पंकज त्रिपाठी का करियर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। उन्होंने छोटे रोल से शुरुआत करने के बाद आज एक विशेष जगह बना ली है। रन से उन्हें ब्रेक मिला। इसके बाद अपहरण, आेमकारा, आक्रोश, अग्निपथ जैसी फिल्मों में काम किया। गैंग्स आफ वासेपुर में उनके काम के बाद उन्हें नोटिस किया जाने लगा। न्यूटन, गुड़गांव, बरेली की बर्फी, फुकरे, फुकरे रिटर्न्स, स्त्री और कई अन्य फिल्मों में उन्होंने काम किया है। ओटीटी पर मिर्जापुर जैसी वेब सीरीज से भी उन्होंने धूम मचा रखी है।
5. शेखर सुमन: बहुमुखी प्रतिभा के धनी शेखर सुमन बिहार से निकल कर भारतीय फिल्म जगत में एक खास मुकाम हासिल करने में सफल रहे। उन्होंने 1984 में उत्सव से शुरुआत की। इसके बाद नाच मयूरी, संसार, चोर मचाए शोर, हार्टलेस और अन्य फिल्मों में भी काम किया। फिल्म के साथ ही साथ वे टीवी पर भी काफी सक्रिय रहे। देख भाई देख, सिंपली शेखर, मेड इन इंडिया, मूवर्स एंड शेकर्स, मसाला मारके आदि में उन्हें बहुत लोकप्रियता मिली। उन्होंने कई लाफ्टर शो भी किए।
6. नीतू चंद्रा: मूवी गरम मसाला से अपने करियर की शुरुआत करने वाली नीतू चंद्रा ने ट्रैफिक सिग्नल, वन टू थ्री, ओए लकी, लकी ओए में अभिनय किया है। अभी वह खुद को स्थापित करने की दिशा में लगातार काम कर रही हैं।
7. संजय मिश्रा: यूं तो इन्होंने हर किस्म की फिल्में की हैं, लेकिन कामेडी ने इन्हें खास पहचान दी। संजय मिश्रा ने 1995 की फिल्म ओह डार्लिंग से करियर की शुरुआत की थी। गोलमाल: फन अनलिमिटेड, धमाल, ऑल द बेस्ट: फन बिगिन्स, फंस गए रे ओबामा जैसी फिल्मों ने उन्हें खास तरह की शोहरत दी है।
8. सुशांत सिंह राजपूत: दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत उन चुनिंदा कलाकारों में से एक थे जिन्होंने टीवी से शुरुआत करने के बाद हिंदी फिल्मों में अपने लिए खास जगह बनाई। टेलीविजन धारावाहिक पवित्र रिश्ता से वे स्थापित हो गए। उसके बाद काई पो चे के साथ बालीवुड में प्रवेश किया। शुद्ध देसी रोमांस, जासूस ब्योमकेश बख्शी, पीके, धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी में अपने काम से वे कम समय में छा गए थे।
9. नेहा शर्मा: नेहा ने करियर की शुरुआत तेलुगु फिल्म चिरुथा (2007) से की थी। 2010 में आई फिल्म क्रुक: इट्स गुड टू बी बैड ने डेब्यू किया। फिल्में तेरी मेरी कहानी, क्या सुपर कूल हैं हम, यमला पगला दीवाना 2, यंगिस्तान आदि फिल्मों में उनके अभिनय के जलवे दर्शकों को देखने को मिले।
10. अखिलेंद्र मिश्रा : टीवी धारावाहिक चंद्रकांता के क्रूर सिंह से अपनी पहचान कायम करने वाले अखिलेंद्र मिश्रा एक चरित्र अभिनेता हैं। उन्होंने फिल्म बेदर्दी, वीरगति, सरफरोश, गंगाजल, अपहरण, रेडी में भी अपनी प्रतिभा के लोहे मनवाए हैं।