सिर्फ अटेंडेंस ही नहीं… इस लापरवाही पर भी कट जाएगा शिक्षकों का वेतन, नए आदेश स्कूलों में मची खलबली
अब खराब प्रदर्शन करने वाले शिक्षा सेवकों का वेतन कटेगा और उन्हें जिला कार्यालय में हाजरी भी लगानी होगी। उन्हें दिए गए दायित्व के आधार पर उनके प्रदर्शन का आंकलन किया जाएगा।
उक्त बातें जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रिशु राज सिंह ने साक्षरता कार्यालय में आयोजित बैठक में कही। उन्होंने बताया कि शिक्षा सेवकों को बच्चों को स्कूल ले जाने, कोचिंग देने, नवसाक्षरों को साक्षर बनाने, अनामांकित बच्चों का नामांकन कराने, दिव्यांग बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराने की जिम्मेदारी विभाग द्वारा दी गयी है। जिम्मेदारी का सही ढंग से नहीं हो रहा निर्वहन समीक्षा के दौरान देखा गया कि अधिकांश शिक्षा सेवक अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनके कार्य के आकलन के आधार पर खराब और अच्छे प्रदर्शन का फैसला किया जायेगा। खराब प्रदर्शन की स्थिति में वेतन में कटौती के साथ ही उन्हें जिले में अपनी हाजिरी भी दर्ज करानी होगी। उन्होंने सभी केआरपी को निर्देश दिया कि इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। बैठक में एसआरपी संजय कुमार मधु ने बताया कि शिक्षा सेवकों को दिव्यांग बच्चों और अनामांकित बच्चों की खोज कर उनका नामांकन कराने के साथ ही नवसाक्षरों के केंद्र का संचालन भी करना है। सभी कार्यों का फोटो नोटकैम से देना अनिवार्य
बिहार समाचार साथ ही सभी कार्यों का फोटो नोटकैम से देना अनिवार्य है। समय पर फोटो नहीं मिलने पर निदेशालय को समय पर उपलब्ध नहीं हो पाता है। निदेशालय ने अप्रैल से अब तक कई बार नवसाक्षरों की सूची उनके आधार कार्ड के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद कई शिक्षा सेवकों द्वारा अब तक सूची उपलब्ध नहीं करायी गयी है।
सभी शिक्षा सेवकों की सूची 24 घंटे के अंदर गूगल शीट पर लोड करनी है, अन्यथा वेतन का भुगतान नहीं होगा। उन्होंने सभी केआरपी व टोली लीडर को लक्ष्य के अनुरूप 10वीं व 12वीं के अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों से मिलकर उनका प्रोफाइल तैयार करने व फॉर्म भरवाने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि इन सभी कार्यों के आधार पर उनके प्रदर्शन का आकलन किया जायेगा। बैठक में केआरपी लालबाबू राय, प्रमोद कुमार, वीरेंद्र कुमार, शैल देवी, मंदाकिनी कुमारी, सुनीता कुमारी, कर्पूरा देवी, टोली लीडर नेक मोहम्मद अंसारी, मनोज कुमार सहित सभी प्रखंडों के नामित टोली लीडर व केआरपी मौजूद थे।