रोजगार मुहैया कराएगी नीतीश सरकार…न करें लॉकडाउन में नौकरी की फिक्र…

पटना। कोरोना के दौरान रोजगार प्रदान करना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसे देखते हुए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें इस बात पर चर्चा हुई कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मजदूरों को मनरेगा के तहत अधिक रोजगार कैसे मिल सकता है। रोजगार के साथ-साथ, सीएम नीतीश कुमार ने गरीब असहाय और बेघर लोगों को लॉकडॉउन के दौरान दो वक्त का भोजन दिलाने के लिए पूरे बिहार में चलाई जा रही सामुदायिक रसोई के बारे में भी जानकारी ली।

ग्रामीण विकास विभाग और आपदा विभाग से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कई निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडॉउन के दौरान सभी इच्छुक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए तत्परता से काम करें। सुनिश्चित करें कि सभी को रोजगार मिले। बिहार में कोई भी मजदूर काम से वंचित न रहे। गरीब लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी काम मिलना चाहिए। यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि श्रमिकों का वेतन समय पर प्राप्त हो।

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाना चाहिए, इससे सामाजिक समस्याओं में कमी आएगी। जहां भी काम मजदूरों से लिया जाएगा, उन सभी कार्य स्थलों पर कोविद -19 दिशानिर्देश का पालन किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को माइकिंग के जरिए गांव-गांव तक रोजगार की उपलब्धता की जानकारी देनी चाहिए। इसके साथ ही, कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सचेत और सतर्क रखने के लिए लगातार अभियान चलाया।

बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा विभाग को निर्देश दिया कि सभी जिलों में गरीबों, गरीबों और असहायों के लिए सामुदायिक रसोई को सुचारू रूप से चलाया जाए ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इन केंद्रों पर भी कोविद नियमों का पालन किया जाना चाहिए। बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव दीपक कुमार, चंचल कुमार और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, प्रमुख साची त्रिपुरारी शरण सहित कई अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।

Source-news18