मुजफ्फरपुर। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव को लेकर रविवार को दोपहर से ही मंदिरों में सजावट शुरू हो गई। हरिसभा चौक स्थित राधाकृष्ण मंदिर को बाहर से रंग-बिरंगे फूलों सजाया जा रहा है। वहीं भीतर बल्ब से मंदिर को रोशन किया जाएगा। पुजारी पं.रवि झा ने बताया कि तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनेगा। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को झूला झुलाकर मंगल गीत गाए जाएंगे। चतुर्भुज स्थान मंदिर, साहु पोखर समेत शहर से लेकर गांव तक के ठाकुरबाड़ी में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर तैयारी की गई है। इस वर्ष घरों में भी कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर तैयारी की गई है। महिलाओं ने अपने हाथों से धनिया को कूटकर प्रसाद के लिए पंजीरी तैयार की है। वहीं सिंघाड़े को पीसकर उससे हलवा तैयार करने की तैयारी की है। भगवान को पंचामृत, माखन, मिश्री, हलवा आदि भोग लगाकर प्रसाद स्वरूप लोगों में वितरित किया जाएगा।
राधा कृष्ण मंदिर के आसपास नहीं लगा मेला :
कोरोना की दूसरी लहर थमने और लाकडाउन से छूट मिलने के बाद भी इस वर्ष मेला नहीं लगा है। अन्य वर्षो में कई दिन पूर्व से ही मंदिर के आसपास दूसरे शहरों से झूला और अन्य दुकानें सजती थी। इस वर्ष एक भी दुकान देखने को नहीं मिल रही। शहर में जलजमाव भी इसका कारण बना है।
बाल-गोपाल को झूला झुलाने से समस्त मनोकामनाएं होती पूर्ण :
बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक और आध्यामिक गुरु कमलापति त्रिपाठी प्रमोद ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी 30 अगस्त को पड़ रही है। मुख्य रूप से इसी दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इसबार वैष्णव जन और साधु-संत 31 अगस्त को जन्माष्टमी करेंगे। मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति पालने में भगवान को झुलाता है तो उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।