पटना। Bihar Flood News: बिहार में बाढ़ ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। राज्य के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगडिय़ा, सहरसा, पटना, वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर एवं समस्तीपुर के कुल 82 प्रखंडों के 484 पंचायत आंशिक अथवा पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, सोन, पुनपुन समेत तमाम नदियां फिलहाल पानी से लबालब हैं। बाढ़ का पानी ट्रैक पर चढ़ने के बाद भागलपुर-किउल रेलखंड पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। इस बीच राहत की एक बात यह है कि बक्सर से भागलपुर तक कहर बरपाने वाली गंगा का जलस्तर बक्सर से पटना तक घटने लगा है। आज शाम तक इसका असर बिहार के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिलेगा।
पटना में रिकार्ड स्तर तक पहुंचने से रह गई गंगा
पटना में गंगा इस बार उच्चतम जलस्तर का रिकार्ड छूने के करीब पहुंचने से रह गई। गांधी घाट पर अब तक उच्चतम जलस्तर से करीब 10 सेमी ही कम पानी रह गया था, हालांकि रविवार से जलस्तर नीचे खिसकने लगा है। हाथीदह में पुराना रिकार्ड तोड़कर गंगा का जलस्तर 43.30 मीटर के पार पहुंच गया था। यहां का उच्चतम जलस्तर 43.22 मीटर का था। गंगा और सोन से लगने वाले इलाके में पटना जिले की करीब 2.74 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है। पटना जिले के नौ प्रखंडों में बाढ़ का पानी घुस गया है। अब तक 64 हजार 818 परिवार बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत शिविरों की संख्या बढ़ाकर 32 कर दी गई है। राहत शिविरों में भोजन, बच्चों के लिए दूध, चिकित्सा और पशु चारा की आपूर्ति की जा रही है।
बाढ़ प्रभावित परिवारों तक राहत पहुंचाने में जुटा प्रशासन
जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी और अंचल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि राहत शिविरों में बच्चों के साथ धात्री और गर्भवती को भी दूध सहित पोषक आहार की आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। शिविर में कोरोना की जांच व टीकाकरण की व्यवस्था है। डीएम ने बताया कि अब तक 43 पंचायतों में बाढ़ का प्रभाव है। 23 पंचायत पूर्ण रूप से प्रभावित हो गए हैं। बचाव राहत कार्य में 259 सरकारी नाव लगाई गई हैं। बाढ़ से घिरे लोगों के बीच 10 हजार 938 पैकेट सूखा भोजन के साथ कैंडल और माचिस पहुंचाया गया है। बेघर हो चुके पांच हजार 383 परिवारों को तिरपाल दिया गया है।