पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर चर्चा और कयासों का दौर जारी है. राज्य के जल संसाधन मंत्री और नीतीश कुमार के करीबी संजय झा (Sanjay Jha) ने कहा कि कुछ लोग जान-बूझ कर यह बात फैला रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिहार की राजनीति छोड़ कर केंद्र की राजनीति करेंगे, यह सरासर गलत है.
उन्होंने कहा कि मैं ऐसे लोगों को साफ-साफ बताना चाहता हूं कि भले ही नीतीश कुमार को लेकर कई तरह की बातें आ रही हैं. लेकिन नीतीश कुमार कहीं नहीं जा रहे हैं. नीतीश कुमार को बिहार (Bihar) की जनता ने पांच साल तक बिहार की सेवा के लिए मौका दिया है. वर्ष 2025 तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे, इसमे कोई भी शक और शुभा नहीं है.
संजय झा यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी साफ किया कि 2025 तक मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए कोई वैकेंसी नहीं है. 2025 के बाद क्या होगा, इस पर हम अभी कुछ नहीं बोल सकते हैं. संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार एक अणे मार्ग को भूकंप रोधी निर्माण की वजह से खाली कर सात नंबर के बंगले में गए हैं. इसमें ऐसी कोई बात नहीं है जिसे लेकर इतनी चर्चा हो रही है. निर्माण कार्य खत्म हो जाएगा तो फिर से नीतीश कुमार एक अणे मार्ग में शिफ्ट कर जाएंगे.
वहीं, संजय झा के इस दावे के बाद बीजेपी ने भी उनके बयान पर सहमति जताते हुए कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी थी. लेकिन इसके बावजूद बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने नीतीश कुमार से आग्रह किया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था. नीतीश कुमार 2025 तक एनडीए गठबंधन के मुख्यमंत्री हैं, और आगे भी रहेंगे इसमें कहां से कोई शक है.
इस पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आखिर सरकार के मंत्री और जेडीयू के नेता इस तरह की सफाई क्यों दे रहे हैं. जेडीयू के लोग लाख दावा कर लें लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी खतरे में है. नीतीश कुमार अपनी कुर्सी संभालने की चाहे कितनी भी कोशिश करें. लेकिन कोई फायदा नहीं होगा.