बिहार में मौसम विभाग का येलो अलर्ट.. वज्रपात, धूल भरी आंधी और बारिश की चेतावनी

बिहार के कुछ इलाकों के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में हल्की से मध्यम मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी दी गई है. पटना मौसम विभाग से जारी चेतावनी में सीतामढ़ी, मधुबनी के कुछ भागों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. इन जगहों पर 30 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी की भी चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने सभी को खुले में ना जाने की सलाह दी है.

मौसम विभाग ने अपने अलर्ट में कहा है कि हवा की रफ्तार इससे कम या ज्यादा भी हो सकती है. सीतामढ़ी और मधुबनी में लोगों को वज्रपात से बचने के लिए पक्के घरों की शरण लेनी होगी. वहीं बिजली के खंभों और ऊंचे पेड़ों से दूर रहने को कहा है. बता दें कि मोतिहारी में आई आंधी में कई घरों के छप्पर उड़ गए जबकि विशालकाय पेड गिर गए हैं. धूल भरी आंधी और बारिश की वजह से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. आम के बगीचों और मकई की फसल नष्ट होने की जानकारी मिल रही है. प्रशासन नुकसान का आकलन करने में जुटा है.

 

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बता दें कि बिहार में 12 जिलों में बारिश के आसार (Rain in 12 district of Bihar) हैं. किशनगंज में सबसे ज्यादा तो पश्चिमी चंपारण में सबसे कम बारिश होगी. उत्तर बिहार के सभी 12 जिलों जिनमें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, ईस्ट चंपारण, वेस्ट चंपारण में हल्की से मध्य स्तर पर बरसात होगी. वहीं दक्षिण बिहार में उमस भरी गर्मी से निजात मिलती नहीं दिख रही है. इन स्थानों पर पारा अभी भी 40 डिग्री सेल्सियस के पार है.

 

येलो अलर्ट (Yellow Alert): भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.

ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert): चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.

ब्लू अलर्ट (Blue Alert): जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.

रेड अलर्ट (Red Alert): जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.

ग्रीन अलर्ट (Green Alert): कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.