बिहार के 43 केंद्रों पर चार अप्रैल से शुरू होगी मध्यमा की परीक्षा, शामिल होंगे 15,925 परीक्षार्थी

संस्कृत शिक्षा बोर्ड के तत्वावधान में चार अप्रैल से राज्य के 43 केंद्रों पर मध्यमा की परीक्षा होगी। संस्कृत शिक्षा बोर्ड के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि मध्यमा की परीक्षा चार से सात अप्रैल तक चलेगी। परीक्षा में कुल 15,925 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।

राजधानी में पटना कालेजिएट में परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा दो पाली में होगी। प्रथम पाली की परीक्षा 9.45 से 1 बजे तक होगी। दूसरी पाली की परीक्षा 1.45 से 5 बजे तक होगी। कदाचारमुक्‍त एवं स्‍वच्‍छ परीक्षा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है।

परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहेगी। कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जिला प्रशासन की ओर से समुचित संख्या में प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है। परीक्षार्थियों के मोबाइल लेकर जाने पर रोक रहेगी।

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सभी केंद्रों पर लगाए जाएंगे कैमरे :- संस्कृत बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक भवनाथ झा ने सभी परीक्षा केंद्र प्रभारियों को केंद्रों पर सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया है। इसके लिए बोर्ड की ओर से पैसे भी भेज दिए गए हैं। परीक्षा को लेकर बोर्ड की ओर से सभी जिलाधिकारियों एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है।

मध्यमा में सात विषय अनिवार्य :- मध्यमा में सभी परीक्षार्थियों के लिए सात विषय अनिवार्य होते हैं। वहीं, आठवां विषय अतिरिक्त होता है। इसमें भी सभी को शामिल होना जरूरी होता है।

बता दें कि बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा का परिणाम 31 मार्च को जारी किया गया है। अब मध्‍यमा की परीक्षा ली जा रही है। बिहार बोर्ड के मैट्रि‍क के समान ही मध्‍यमा परीक्षा की डिग्री होती है। इसमें बड़ी संख्‍या में प्रतिभागी शामिल होते हैं।