खगड़िया गोशाला में मशीने से बनाया जा रहा गोकाष्ठ

खगड़िया : प्रसिद्ध खगड़िया गोशाला में गोकाष्ठ का निर्माण शुरू हो गया है। इससे जहां एक तरफ गोशाला समिति को आर्थिक मजबूती मिलेगी, वहीं एक हजार मन से अधिक गाय के गोबर से पटा गोशाला परिसर भी साफ- सुथरा हो जाएगा। गोकाष्ठ निर्माण को लेकर बीते डेढ़ महीने से गोशाला संचालन समिति के सदस्य अनिरुद्ध जालान द्वारा युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही थी।

गोपाष्टमी मेले से पूर्व गोकाष्ठ मशीन का उद्घाटन दानवीर मन्नू जालान ने किया था। इस मशीन की कीमत डेढ़ लाख है। उद्घाटन बाद काष्ठ निर्माण के लिए उपयोग में आने वाले सांचे के नहीं होने के कारण एक महीने से काम बाधित था। सांचे बनने के बाद बीते गुरुवार से निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। चार मजदूरों के सहयोग से गोकाष्ठ का निर्माण हो रहा है। मशीन से हर 30 सेकंड में एक गोकाष्ठ बन जाता है।

इन गोकाष्ठों को गोशाला की छत पर सूखने के लिए रख दिया जाता है। एक से दो दिनों में यह पूरी तरह सूख जाता है। गोशाला संचालन समिति के सदस्य अनिरुद्ध जालान ने बताया कि इस गोकाष्ठ का उपयोग मुख्य रूप से शवों के दाह- संस्कार में किया जाएगा। लोगों को जहां दाह-संस्कार के लिए जलावन खरीदने में मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है। अब लकड़ी के मुकाबले गोकाष्ठ आधे दामों पर मिलेगी। साथ ही इससे शव के दाह- संस्कार करने में भी सुविधा होगी। गरीब लोगों के पैसे बचेंगे। वहीं जलावन के लिए कम से कम संख्या में वृक्ष काटे जाएंगे। गोकाष्ठ से गोशाला कमेटी को प्रत्येक वर्ष 10 लाख रुपये की आमदनी होगी। गोशाला में जमा गोबर का सही इस्तेमाल हो पाएगा। जालान ने कहा कि प्रत्येक दिन इस मशीन से दो टन गोकाष्ठ तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में 87 गोशाला है। लेकिन खगड़िया गोशाला ऐसी पहली गोशाला है, जहां गोकाष्ठ का निर्माण हो रहा है।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join